हैदराबाद
देश के कई राज्य इस वक्त डेंगू और मलेरिया जैसी भीषण बीमारियों का दंश झेल रहे हैं। मौसम में परिवर्तन की वजह से वायरल बीमारियों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। तेलंगाना में तो हालात इतने बुरे हैं कि कांग्रेस पार्टी ने राज्य में हेल्थ इमरजेंसी लगाने की मांग कर डाली है। कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि राज्य सरकार बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य में हेल्थ इमरजेंसी लगाने का ऐलान करे।
वायरल बीमारियों पर काबू पाने में फेल है ये सरकार- कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. दसोजू श्रवण ने मांग की है कि तेलंगाना सरकार प्रदेश में हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा करे ताकि वायरल बीमारियों के खिलाफ तत्काल कदम उठाए जा सकें। डॉ. श्रवण ने आरोप लगाया कि तेलंगाना सरकार वायरल बीमारियों पर काबू पाने में नाकाम रही है जबकि डेंगू, मलेरिया, हैजा और अन्य वायरल बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं और इससे कई मौतें भी सामने आई हैं। श्रवण ने कहा, 'तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) हेल्थ सेक्टर को पूरी तरह से नजरंदाज कर रही है। 2019-20 में 1.82 लाख करोड़ का बजट है जिसमें मात्र 5,536 करोड़ रुपये स्वास्थ्य के लिए दिए गए हैं।
मौतों पर चुप्पी साधे हुए हैं मुख्यमंत्री- कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि टीआरएस सरकार ने कलेश्वरम प्रोजेक्ट और अन्य सिंचाई परियोजनाओं के लिए काफी धनराशि का आवंटन किया है क्योंकि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ठेकेदारों से कथित तौर पर कमीशन वसूल रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को भी आड़े हाथों लिया है। कुछ दिन पहले सीएम आधिकारिक आवास प्रगति भवन के एक पालतू कुत्ते की मौत होने पर हैदराबाद पुलिस ने एक वेटनरी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप है। इस पर डॉ. श्रवण ने कहा, 'डेंगू से गांधी अस्पताल में एक दिन में 6 बच्चों की मौत हो गई लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं की गई, इन मौतों पर मुख्यमंत्री केसीआर और स्वास्थ्य मंत्री इटेला राजेंदर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।'