रायपुर
संसद में छत्तीसगढ़ के हाथी के मुद्दे की गूंज सुनाई दी। सांसद गोमती साय ने जशपुर और रायगढ़ जिले में जंगली हाथियों के लगातार उत्पात से जन धन की हानि का मामला लोकसभा मे प्रमुखता से उठाया है।जंगली हाथियों के उत्पात से जशपुर, रायगढ़ जिले में सैकड़ों गांव प्रभावित होने के बाद भी वन विभाग के अधिकारियों व्दारा महज जागरुकता अभियान से ही लोगों की सुरक्षा करने का दावा किया जा रहा है। इन दिनों पड़ोसी राज्य ओडिशा से 25 हाथियों के दो अलग अलग दल आ जाने से तपकरा, दुलदुला और कुनकुरी क्षेत्र में किसानों को फसलों के साथ घरों में तोडफोड़ का काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। लम्बे समय के बाद भी जंगली हाथियों से जान माल की सुरक्षा के प्रभावी इंतजाम नहीं होने पर यह समस्या जस की तस बनी हुई है।
जशपुर जिले में ओडिशा एवं झारखंड राज्य के गांवों से जंगली हाथियों को इधर खदेड़ दिऐ जाने से ग्रामीणों को सुरक्षा के नाम पर वन विभाग को बार बार देर रात पक्के शासकीय भवनों की छत पर शिफ्ट करना पड़ रहा है। सांसद ने जंगली हाथियों की समस्या दूर करने के लिए प्रभावी योजना पर अमल करने की बात पर जोर दिया है।