इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर में एक निजी मीडिया समूह के संचालक के होटल, बार और घर पर शनिवार रात कार्रवाई के बाद रविवार शाम को इंदौर पुलिस ने अपना पक्ष रखा. दरअसल, कार्रवाई के बाद से ही पुलिस पर आरोप लग रहे हैं कि हनीट्रैप कांड में लगातार नए खुलासे करने के कारण ही निजी मीडिया संचालक के सभी प्रतिष्ठानों और उसके दफ्तर पर कार्रवाई की गई है और प्रेस का दफ्तर सील कर दिया गया है.
हालांकि, पुलिस ने रविवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दबाव की खबरों को खारिज कर दिया. इंदौर एसएसपी रुचिवर्धन मिश्रा ने रविवार को मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि निजी मीडिया समूह के संचालक के होटल से 67 महिलाओं और लड़कियों को रेस्क्यू किया गया है.
इन महिलाओं और लड़कियों को वहां जबरन बंधक जैसे रखा गया था और रेस्क्यू की गई लड़कियों और महिलाओं के बयान के आधार पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग की धारा 370 में एफआईआर दर्ज की गई है.
इसके अलावा उनके घर से अवैध रूप से रखे गए कारतूस भी जब्त किए गए हैं. इस मामले में निजी मीडिया समूह के संचालक के पत्रकार बेटे को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल निजी मीडिया समूह के संचालक और उनके पत्रकार बेटे के खिलाफ निगम के बर्खास्त इंजीनियर हरभजन सिंह ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया था.
एसएसपी रुचिवर्धन मिश्रा ने साफ किया कि इस कार्रवाई का हनीट्रैप कांड से कोई लेना-देना नहीं था बल्कि शिकायत के आधार पर बकायदा सर्च वारंट के साथ आरोपियों के कई ठिकानों पर दबिश दी गयी थी.