भोपाल
मध्यप्रदेश में अफसरों और नेताओं को अपने हुस्न के जाल में फसाकर ब्लैकमेलिंग करने वाली बालाओं का हनीट्रेप मामला मध्यप्रदेश के बाहर भी चर्चा का केन्द्र बना हुआ है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त और इस समय डीजी इन्वेस्टीगेशन हैदराबाद आरके पालीवाल का कहना है कि मध्यप्रदेश में हनीट्रेप के मामले में ब्लैकमेलिंग कर रही गैंग ने जो धन सम्पत्ति बटोरी है उस पर आयकर की वसूली की जाना चाहिए साथ ही इस पूरे मामले में हाईकोर्ट को खुद संज्ञान लेकर इस मामले की सघन जांच केन्द्र और राज्य सरकार की संयुक्त टीम बनाकर उससे करवाना चाहिए।
मध्यप्रदेश में हनीट्रेप के मामले में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त पालीवाल ने अपनी फेसबुक वॉल पर यह टिप्पणी की है।
उनका कहना है कि हनी ट्रेप मामले में कर्ठ जन व्यापी आपराधिक पहलू है जिन पर विचार किया जाना जरुरी है। उनका कहना है कि हनी ट्रेप के मामले में जिन आईएएस, आईपीएस और अन्य अधिकारियों, मंत्री और सांसद एवं ठेकेदारों के नाम उछल रहे है। उनके मामले में यह जांच जरुरी है कि उन्होंने इस गिरोह को सरकारी अनुदान औश्र ठेके देकर जनधन का कितना नुकसान किया है। उनका कहना है कि यदि इन्होंने अपनी काली कमाई इस पर खर्च की है तो यह भ्रष्टाचार और आयकर चोरी का मामला बनता है।
उनका कहना है कि जिस तरह से इस मामले में बड़े नाम आ रहे है बेहतर है कि हाईकोर्ट खुद संज्ञान लेकर इस मामले की सघन जांच केन्द्र और राज्य सरकार की संयुक्त टीम से कराए अथवा कोई कानूनी एनजीओ ऐसा करने के लिए कोर्ट में पीआईएल लगाए। यदि ऐसा हुआ तभी संदेह के तमाम बादल दूर हो सकते है।