शाहजहांपुर
पूर्व केंद्रीय गृहराज्यमंत्री चिन्मयानंद की जमानत को छात्रा हरहाल में रद कराना चाहती है। छात्रा चाहती है कि चिन्मयानंद जेल में ही रहें। इसलिए छात्रा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कई मामलों को लेकर अलग अलग पिटीशन डाली गई है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि कोर्ट ने कहा कि अलग-अलग डाली गईं याचिकाओं की सुनवाई संभव नहीं है, सभी याचिकाएं क्लब कर पेश की जाएं, तब सुनवाई दो मार्च को संभव हो सकेगी।
छात्रा ने चिन्मयानंद से जान का खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कराई है। इसके साथ कई अन्य बिंदु भी हैं, जिन्हें लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए अपील की गई है। छात्रा ने खुद की जान को खतरा बताया, जबकि इस केस की शुरूआत से ही छात्रा के घर पर पुलिस की पूरी गारद तैनात है। घर से निकलने पर भी छात्रा के साथ पुलिस का जवान हथियार के साथ रहता है। पर छात्रा इस सुरक्षा को पर्याप्त नहीं मानती है, इसलिए उसने सुप्रीम कोर्ट में दस्तक दी है। बता दें कि छात्रा चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपए मांगने की भी आरोपी भी है। उसके खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं। बताना जरूरी है कि चिन्मयानंद से जुड़े दो केसों की सुनवाई लखनऊ में हो रही है। इन केसों को एक साथ हर रोज सुना जाना है।
इसी क्रम में कोर्ट में पेशी पर न आने के कारण छात्रा के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट तक जारी हो चुका है। छात्रा को लगता है कि यूपी में केस की सुनवाई निष्पक्ष तरीके से नहीं हो सकती है, इसलिए वह केस को दिल्ली सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर कराना चाहती है। उसे यह भी लगता है कि उसे यूपी में खतरा है, यह कारण भी केस को दिल्ली ट्रांसफर कराने का कारण बताया जा रहा है।