रायपुर
बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग में कनिष्ठ सेवा चयन बोर्ड बनाए गए-मुख्यमंत्री ने लोकवाणी में रोजगार के अवसरों के संबंध में पूछे के सवालों के जवाब में बताया कि पढ़ाई और नौकरी, दोनों विषयों पर तनाव के साथ नहीं बल्कि ठण्डे दिमाग से सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य में बेरोजगारी बड़ी तेजी से घटी है। इसका मतलब रोजगार के अवसर तेजी से बढ़े हैं। हमने बड़े पैमाने पर स्थायी नौकरी के अवसर बनाए। जिसके कारण, स्कूल-कॉलेज में ही लगभग 20 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। सिर्फ शिक्षा नहीं बल्कि सारे विभागों में, ऐसे हजारों अवसर दिए जा रहे हैं। अनुसूचित क्षेत्र के युवा साथियों को बता दूं कि बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग में तो न सिर्फ जिला संवर्ग में भर्ती की समय सीमा बढ़ाई, बल्कि तीनों संभागों के लिए अलग-अलग कनिष्ठ सेवा चयन बोर्ड भी बनाए गए हैं, ताकि हर वर्ग के लोगों को उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी मिले।
प्रदेश में पहली बार खेल प्राधिकरण और लोककला परिषद का गठन जैसे कदम इसी दिशा में उठाए गए हैं। हमने स्थानीय बोली-भाषा में पढ़ाई का इन्तजाम, संविधान की प्रस्तावना का वाचन और उसके प्रावधानों पर चर्चा जैसे नए कदम भी उठाए हैं, ताकि आपको अपने अधिकारों और अवसरों के बारे में जानकारी मिल सके। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को आगामी परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यदि सही समय पर सही योजना बनाकर काम करेंगे तो कोई भी आपको लक्ष्य तक पहुंचने से रोक नहीं सकता। आप सभी को आगामी परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं।