खार्तूम
सूडान में सिरामिक फैक्ट्री में मंगलवार को एलीपीजी टैंकर विस्फोट में 23 लोगों की मौत हो गई जिसमें 18 भारतीय हैं। इस घटना में 130 से अधिक लोग घायल हुए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने घटना की पुष्टि करते हुए आपातकालीन नंबर जारी किया है। वहीं, सूडान में मौजूद दूतावास ने बुधवार को बताया खार्तूम में सीला सिरामिक फैक्ट्री में हुई इस घटना में 16 भारतीय लापता थे।
दूतावास ने बयान जारी कर बताया, 'ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 18 की मौत हुई है, लेकिन कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हैं।' दूतावास ने लोगों के नाम जारी किए हैं बताया कि मृतकों की सूची में लापता लोग हो सकते हैं क्योंकि जल जाने के कारण शवों की पहचान नहीं हो पा रही है। दूतावास ने अस्पताल में भर्ती, लापता और त्रासदी में संभवतः जिंदा बच गए भारतीयों की सूची जारी की।
आंकड़ों के मुताबिक, 7 भारतीय अस्पताल में है और चार की हालत नाजुक है। जिंदा बच गए 34 भारतीयों को सलूमी सिरामिक फैक्ट्री रेजिडेंस में रखा गया है। उधर, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, 'सूडान की राजधानी खार्तूम के बाहरी इलाके में मौजूद सलूमी फैक्ट्री में त्रासदपूर्ण घटना होने की अभी-अभी जानकारी मिली। कुछ भारतीय कामगारों की इसमें मौत हो गई और कुछ गंभीर रूप से घायल हो गए। मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं।'
उन्होंने भारतीयों के लिए 24 घंटे के आपतकालीन नंबर जारी किया। जयशंकर ने ट्वीट किया, 'दूतावास के प्रतिनिधि घटनास्थल पहुंचे हैं। 24 घंटे का आपतकालीन हॉटलाइन नंबर +249-921917471 दूतावास द्वारा जारी किया गया है। दूतावास सोशल मीडिया पर भी अपडेट्स शेयर कर रहा है। हम कामगारों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।'
सूडान सरकार ने बताया कि इस घटना में 23 लोगों की मौत हो गई और 130 से अधिक घायल हैं। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, घटनास्थल पर आवश्यक सेफ्टी उपकरण नहीं होने के संकेत मिले हैं। सरकार ने बताया, 'ज्वलनशील मटीरियल को अनुचित तरीके से रखा गया था, जिस वजह से आग फैल गई।'