बोधगया
महाबोधि मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने शुक्रवार की दोपहर के बाद मंदिर घूमने आये एसबीआई के असिस्टेंट मैनेजर को 3.15 बोर के एक जिंदा कारतूस के साथ पकड़ लिया। लाल पत्थर चेकपोस्ट को पार करने के बाद मंदिर परिसर के चेकपोस्ट पर सुरक्षा जांच के क्रम में मैनेजर को पकड़ा गया।
तलाशी के दौरान मैनेजर के पैंट की जेब से कारतूस बरामद हुआ है। वहीं मैनेजर के साथ रहे एक अन्य युवक मौके से फरार हो गया। सुरक्षाकर्मियों ने मामले की सूचना पुलिस के वरीय अधिकारियों को दी। पुलिस के हत्थे चढ़े मैनेजर की पहचान गया शहर के दंडीबाग मुहल्ला निवासी विभूति भूषण के पुत्र कुणाल भूषण के रूप में हुई है।
आरोपित कुणाल झारखंड के देवघर जिले के किसी ब्रांच में कार्यरत हैं। वे बोधगया एसबीआई में भी काम कर चुके हैं। पुलिस से पूछताछ में आरोपित ने बताया कि घर में चाचा के नाम से हथियार का लाइसेंस निर्गत है। जेब से कारतूस कैसे निकला, यह उसे भी नहीं पता चला। उसके साथ रहे दूसरे युवक के बारे में मैनेजर ने पुलिस को बताया कि वह जिस ब्रांच में कार्यरत है, उसी ब्रांच के ड्राइवर का वह बेटा है।
दस मिनट पहले पहुंचे थे आईजी व आयुक्त
महाबोधि मंदिर सुरक्षा प्रभारी सुनील कुमार व बोधगया के प्रभारी थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने आरोपित से अलग-अलग पूछताछ की। आरोपित का सत्यापन पुलिस अधिकारी कराने में जुटे हैं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी। जिस समय आरोपित कारतूस के साथ पकड़ाया, उसके करीब 10 मिनट पहले आईजी, प्रमंडलीय आयुक्त, डीएम, सलाहकार समिति के सदस्य समेत कई अधिकारी मंदिर से घूमकर बाहर निकले थे, वहीं मंदिर की सुरक्षा को लेकर चर्चा है कि पुख्ता जांच के बाद भी लाल पत्थर चेकपोस्ट से आरोपित अंदर तक कैसे पहुंच गया।