जालंधर
सुमित और सत्यव्रत कादियान के सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने से रेलवे ने दबदबा बनाए रखा और इस प्रदर्शन से दोनों ने आगामी दक्षिण एशियाई खेलों में अपने स्थान पक्के किए। राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदकधारी सुमित ने टूर्नामेंट के शुरुआती दिन पुरुषों के 125 किग्रा वर्ग में महाराष्ट्र के अभिजीत को 5-0 से हराकर पहला स्थान हासिल किया। 14 साल के अंतराल के बाद जालंधर में हो रही इस चैम्पियनशिप के पहले दिन सुमित और सत्यव्रत कादियान ने सोना जीतकर नेपाल में एक दिसंबर से होने वाले दक्षिण एशियाई खेलों के लिए अपना स्थान सुरक्षित कर लिया।
श्री गुरूनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित 64वीं सीनियर नेशनल कुश्ती चैम्पियनशिप (पुरुष) और 22वीं महिला सीनियर नेशनल कुश्ती चैम्पियनशिप का जालंधर में पंजाब सशस्त्र पुलिस (पीएपी) के एम एस भुल्लर स्टेडियम में आगाज हुआ। चैम्पियनशिप का उदघाटन पुलिस महानिदेशक आर्मड बटालियन जालंधर इकवालप्रीत सिंह सहोता ने किया। इस अवसर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रधान बृज भूषण शरण सिंह भी मौजूद थे।
राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता सुमित पहले ऐसे पहलवान रहे, जिन्होंने पदक जीता। सुमित ने महाराष्ट्र के अभिजीत को 5-0 से हराया। अभिजीत के पास 125 किग्रा कटेगरी में सुमित के दांव-पेंच का कोई जवाब नहीं था और उन्हें रजत पदक मिला। कादियान ने इसके बाद रेलवे का वर्चस्व कायम रखते हुए उत्तर प्रदेश के कपिल चौधरी को 9-0 से हराया। कादियान ने 97 किग्रा कटेगरी में सोना जीतकर रेलवे को दूसरी स्वर्णिम सफलता दिलाई।
दिन की सबसे चर्चित फाइट 74 किग्रा वर्ग की रही। इसमें अनुभवी पहलवान प्रवीण राणा (रेलवे) ने युवा प्रतिभाशाली उत्तर प्रदेश के गौरव बालियान का सामना किया। दोनों के बीचकड़ी टक्कर हुई और गौरव ने सबको चौंकाते हुए राणा को 5-3 से हराया और सोना जीतने में सफल रहे।
अपना शानदार फॉर्म जारी रखते हुए अंडर-23 वर्ल्ड चैम्पियनशिप रजत पदक विजेता रविंदर ने 61 किग्रा के फाइनल में एसएससीबी के सोनाबा तानाजी को 12-2 से हराते हुए सर्विसेज को पहला सोना दिलाया। रविंदर ने इस मुकाबले में शानदार इच्छाशक्ति और आत्मबल का परिचय दिया। इस जीत के साथ रविंदर ने दक्षिण एशियाई खेलों के लिए स्थान सुरक्षित कर लिया है।
दिन का सबसे चौंकाने वाला मुकाबला 70 किग्रा वर्ग का सेमीफाइनल रहा, जिसमें झारखंड के नवीन ने नाक में चोट लगने और खून निकल रहे होने के बावजूद सर्विसेज के नवीन के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाया। नवीन इसके बाद भी नहीं माने और सेमीफाइनल मुकाबला जीतने के बाद फाइनल में हरियाणा के विशाल को हराते हुए सोना जीता।
प्रतियोगिता के दूसरे दिन टॉप महिला पहलवान एक्शन में दिखेंगी। टोक्यो ओलंपिक-2020 में भारत के पदक की उम्मीद मानी जा रही विनेश फोगाट 55 किग्रा वर्ग में अपनी चुनौती पेश करेंगी जबकि रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुकीं साक्षी मलिक 62 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करेंगी। इसके अलावा 68 किग्रा में दिव्या काररान, 50 किग्रा में सीमा बिसला, 57 किग्रा में सरिता मोरे और 65 किग्रा वर्ग में नवजोत कौर चुनौती पेश करेंगी।
इस चैम्पियनशिप के सात अलग-अलग वर्गों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहलवानों को दक्षिण एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा। दक्षिण एशियाई खेलों में पहलवानी के मुकाबले 6 से 9 दिसम्बर के बीच होंगे।