नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन जारी है. उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में भी बड़ी संख्या में लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया. इनकी मांग थी कि नए नागरिकता कानून को वापस लिया जाए. प्रदर्शन के दौरान कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए. पथराव में कुछ पुलिसवाले और प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. हालांकि अब हालात काबू में है. पुलिस ने कहा कि उपद्रवियों को मौके से हटा लिया गया है. दिल्ली मेट्रो का सीलमपुर स्टेशन भी खोल दिया गया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. इससे पहले भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस आंसू गैस के गोले दागे. प्रदर्शन के कारण सीलमपुर से जाफराबाद सड़क को बंद कर दिया गया. भीड़ ने कई बसों मे तोड़फोड़ की. पुलिस ने पूरे इलाकों के घेरकर ऑपेरशन शुरू किया है. प्रदर्शन के कारण सीलमपुर, जाफराबाद, वेलकम, मौजपुर-बाबपुर, गोकुलपुरी समेत कई मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया था. इन मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो नहीं रुक रही थी. वहीं भीड़ को उकसाने के आरोप पर पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता मतीन अहमद ने कहा कि उन्होंने एक बाइक रैली का आह्वान किया था, लेकिन सीलमपुर में हिंसा शुरू होने से पहले ही वह खत्म हो गई थी.
2 घंटे से चल रहा था बवाल
सीलमपुर में बवाल की शुरुआत दोपहर 1 बजे से हुई. इस दौरान हाथ में तिरंगा लेकर कई लोग प्रदर्शन कर रहे थे और नए नागरिकता कानून को हटाने की मांग कर रहे थे. देखते-देखते प्रदर्शन ने उग्र रूप से ले लिया. इसके बाद पथराव शुरू हो गया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गलियों में खदेड़ दिया है.
कई प्रदर्शनकारी हिरासत में
पथराव के दौरान कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इसके साथ ही अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है. पूरे इलाके पर ड्रोन कैमरे के जरिए नजर रखी जा रही है. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इस प्रदर्शन को 2 बजे शुरू करने का प्लान था. इसके लिए भीड़ इकट्ठा हुई. इस दौरान हिंसा शुरू हो गई.