रायपुर
रायपुर और बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के 7 उद्योगों पर सवा दो सौ करोड़ से अधिक जलकर बकाया है। इसके अलावा सीएसआईडीसी उरला और सिलतरा पर भी जलकर बकाया है। यह जानकारी जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
जनता कांग्रेस के सदस्य प्रमोद कुमार शर्मा ने जानना चाहा कि रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में कितने एनीकट-जलाशय है? इसके जवाब में जल संसाधन मंत्री ने बताया कि रायपुर जिले में 26 एनीकट, 42 जलाशय और भाटापारा-बलौदाबाजार जिले में 21 एनीकट व 60 जलाशय निर्मित हैं। रायपुर जिले में 3 एनीकट से 7 उद्योगों को और बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के 2 एनीकट से 2 उद्योगों को जल प्रदाय किया जा रहा है।
श्री चौबे ने बताया कि निको इस्पात पर 52 लाख 57 हजार, मोनेट इस्पात पर 11 करोड़ 39 लाख, सीएसआईडीसी सिलतरा पर 8 करोड़ 95 लाख, सारडा एनर्जी पर 1 करोड़ 88 लाख, एसकेएस इस्पात पर 1 करोड़ 17 लाख, बजरंग पॉवर पर 27 लाख, सीएसआईडीसी उरला पर 4 लाख 36 हजार, लाफार्ज सीमेंट पर 27 लाख 77 हजार और अनिमेष इस्पात पर 2 लाख 42 हजार रुपये बकाया है।
उन्होंने बताया कि सिलतरा उद्योग के अलावा अन्य उद्योगों पर कुल मिलाकर 245 करोड़ 50 लाख से अधिक की राशि बकाया है। उद्योगों द्वारा जल के उपयोग के बाद अपने संयंत्र से निस्सारित जल का रिसाइकिलिंग करके इसका उपयोग करने और उपचार कर निस्सारित करने की शर्त पर जल आबंटन की स्वीकृति प्रदान की गई है।