पटना
बिहार के नियोजित शिक्षकों की हड़ताल शुक्रवार को पांचवें दिन भी जारी रही। इन शिक्षकों के साथ वार्ता को लेकर गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। शुक्रवार की शाम तक किसी भी पक्ष की ओर से इसको लेकर कोई पेशकश भी नहीं की गयी है।
एक तरफ जहां सरकार ने हड़ताली शिक्षकों पर अपना रुख कड़ा कर रखा है वहीं हड़ताली शिक्षक भी अपने स्टैंड पर दृढ़ता के साथ कायम हैं। शुक्रवार को समन्वयक समिति के संयोजक ब्रजनंदन शर्मा के साथ ही बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी सरकार को शिक्षकों पर दमनात्मक कार्रवाई बंद करने और अबतक की गयी सभी कार्रवाई को वापस लेने की चेतावनी दी है। सरकार शिक्षकों पर दमनात्मक कार्रवाई छोड़ेगी तभी हम वार्मा के टेबुल पर आयेंगे। उधर शुक्रवार को शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता फिलहाल बोर्ड की परीक्षा और उसके बाद कॉपियों का मूल्यांकन कर समय पर रिजल्ट देना है। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ की छूट किसी को नहीं दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार कह चुके हैं कि नियोजित शिक्षक हमारे ही अपने हैं। अब तक इन्हें जो भी मिला है हमने ही दिया है और आगे भी इनका ख्याल रखेंगे। बावजूद इसके ठीक परीक्षा के बीच वे हड़ताल पर गए। हमारी अपील भी ठुकरा दी। आगे वार्ता की कोई पहल होगी तो देखी जाएगी।