भोपाल
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने आज छिन्दवाड़ा में फुट वेयर डिजाईन एण्ड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट के दीक्षांत समारोह में कहा कि सकारात्मक सोच से ही बदलाव आता है। छिन्दवाड़ा में आज तक जो भी विकास हुआ है, वह यहाँ के लोगों की सकारात्मक सोच का ही परिणाम है। मुख्यमंत्री ने दीक्षांत समारोह में वर्ष 2018 और 2019 के शिक्षा सत्र में विभिन्न कक्षाओं के स्वर्ण और सिल्वर मेडल प्राप्त 89 विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 40 साल पहले जब वे पहली बार छिन्दवाड़ा के सांसद बने, तब यहाँ पैसेंजर बस भी नहीं थी। पांढुर्ना में रेल नहीं रूकती थी। पेयजल और बिजली की पर्याप्त उपलब्धता नहीं थी। पातालकोट के आदिवासी भाई नमक भी बाहर से लाते थे। सड़कें अच्छी नहीं थीं। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात देखकर मैंने तब ही तय किया कि जब तक इस पूरे क्षेत्र का विकास नहीं होगा, बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिलेगा, तब तक चैन से नहीं बैठूंगा।
कमल नाथ ने कहा कि जब वे केन्द्र सरकार में वाणिज्य मंत्री थे, तब उन्होंने छिन्दवाड़ा के ईमलीखेड़ा में फुट वेयर डिजाईन एण्ड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफ.डी.डी.आई.) की स्थापना के साथ ही छिन्दवाड़ा की पूरे देश और प्रदेश में अलग पहचान बनाने का मिशन शुरू किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश और देश ही नहीं बल्कि विश्व में सर्वाधिक प्रशिक्षण संस्थान छिन्दवाड़ा में स्थापित हैं। इनके जरिए हजारों शिक्षित और अशिक्षित युवाओं को अपने कौशल के आधार पर रोजगार भी मिला है। कमल नाथ ने बताया कि छिन्दवाड़ा में आज यूनिवर्सिटी है, मेडिकल कॉलेज, एग्रीकल्चर और हार्टिकल्चर कॉलेज है। इतना सब विकास इसलिए संभव हो पाया क्योंकि छिन्दवाड़ा जिले के लोगों की सोच और दृष्टिकोण सकारात्मक है। उन्होंने कहा कि छिन्दवाड़ा के विकास से सिर्फ यहाँ के लोगों को ही नहीं बल्कि महाकौशल और नागपुर के लोगों को भी लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि छिन्दवाड़ा हार्टिकल्चर कॉलेज को आधुनिकतम स्वरूप दिया जाएगा। उन्नत एवं नवीन कृषि और उद्यानिकी फसलों के उत्पादन की शिक्षा इस संस्थान में दी जाएगी।
संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर अरूण कुमार सिन्हा ने बताया कि वाणिज्य मंत्रालय द्वारा वर्ष 1986 में नोएडा में इस संस्थान की स्थापना की गई थी। देश में एफडीडीआई के 12 संस्थान हैं, जिसमें एक छिन्दवाड़ा जिले में है। इस संस्थान को राष्ट्रीय संस्थान का दर्जा प्राप्त है। इसके लिए एफडीडीआई एक्ट 2017 बनाया गया है। इसमें विद्यार्थियों को फुटवेयर डिजाईन, लेदर एक्सेसरी, रिटेल मैनेजमेंट और फैशन डिजाईन के क्षेत्र में स्नातक और स्नातकोत्तर उपाधि दी जाती हैं। संस्थान की स्थापना से अभी तक विभिन्न विधाओं में 580 विद्यार्थी पास हुए हैं, जिनमें से 322 विद्यार्थी छिन्दवाड़ा जिले के हैं। अध्ययन पूरा होने के बाद यहाँ से पासआउट विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जाते हैं।
कार्यक्रम को जिले के प्रभारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव पांसे, सांसद नकुल नाथ, छिन्दवाड़ा यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एम.के. वास्तव और जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन ने भी संबोधित किया।