राजधानी के युवा छुट्टी के दिन नर्मदा किनारे जाकर लोगों को जागरूक कर रहे
भोपाल. लॉकडाउन के बाद फिर से बढ़ते जल प्रदूषण से चिंतित राजधानी के कुछ युवा छुट्टी के दिन नर्मदा किनारे जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। छीपानेर के बाद इन युवाओं ने नेमावर सिद्धनाथ घाट पर लोगों को नर्मदा नदी में पॉलीथिन कचरा न डालने, घाट किनारे कपड़े नहीं धोने और साबुन से नहीं नहाने की सलाह दी। लोगों को समझाने, बताने और आकर्षित करने के लिए मोटू-पतलू, भीम कार्टून के माध्यम से भी प्रदूषण रोकने की अलख जगाई जा रही है।
श्री सोमनाथ गुरुकुल संस्था भोपाल द्वारा आईआरसीटीसी के सहयोग से नर्मदा अंचल जल संरक्षण स्वच्छता एवं पर्यावरण जागरुकता का कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत ये जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सेवाभावी इन युवाओं ने नेमावर सिद्धनाथ घाट पर आने वाले लोगों को मॉं नर्मदा को स्वच्छ एवं साफ रखने के लिए प्रोत्साहित किया। नर्मदा माई को प्रदूषण मुक्त करने के लिए जनता से संकल्प दिलवाया गया और स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग की अपील की गई।
जागरुकता के लिए कार्टून के माध्यम से भी लोगों को आकर्षित किया गया, जिसमें बड़ों के साथ ही बच्चे भी सीख ले सकें। नर्मदा की स्वच्छता के लिए गीत, लोकगीत, नारे भी चारों ओर लिखे गए, ताकि लोगों का ध्यान नर्मदा माई को स्वच्छ एवं साफ रखने की ओर जा सके।
कार्यक्रम का असर ये रहा कि कई लोगों ने नर्मदा नदी के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की। इस दौरान कई लोगों ने स्वेच्छा से ही नर्मदा नदी को प्रदूषण मुक्त बनाये रखने में सहयोग करने का संकल्प लेने लगे। इस दौरान लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी भी दी गई। स्वच्छता संकल्प कार्यक्रम में कोरोना गाइड लाइन का पालन कराया गया।
लोगों से दो गज दूरी रखने, हांथ धोते रहने और मास्क अवश्य ही पहनने की अपील की गई। कार्यक्रम के सकारात्मक परिणाम मिले। संस्था के बालकृष्ण व्यास ने बताया कि अगला कार्यक्रम 18 फरवरी को मां नर्मदा जयंती पर आयोजित किया जाएगा।