भोपाल
मध्य प्रदेश विधान सभा ((Madhya pradesh assembly) ) के शीतकालीन सत्र (winter session) के दूसरे दिन यूरिया संकट (urea crisis) पर पैदल मार्च करने के बाद तीसरे दिन बीजेपी नेता (bjp leaders) युवाओं के मुद्दे पर फिर सड़क पर उतरे. पार्टी के दिग्गज विधायकों सहित सभी सदस्य फिर बिड़ला मंदिर पर इकट्ठा हुए और वहां से मार्च करते हुए विधानसभा तक पहुंचे. इस मार्च में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडेय भी थे. दूसरे दिन के प्रदर्शन के दौरान शिवराज सिंह (shivraj singh) के एप्रिन में पर कुछ ऐसा लिखा था कि कांग्रेस (congress) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
युवा मोर्चा विधानसभा तक मार्च करना चाहता था लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाज़त नहीं दी. बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस ने बेरोज़गारों को 4 हजार रुपए भत्ता देने का ऐलान किया था लेकिन अब तक एक भी बेरोजगार को भत्ता नहीं मिला. यही वजह है कि विरोध करने के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है.बीजेपी के इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह सहित तमाम बड़े नेता शामिल हुए.
बीजेपी के इस मार्च में सभी विधायक सरकार विरोधी नारे लिखे एप्रिन पहने हुए थे. लेकिन जो एप्रिन पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पहना हुआ था उसकी भाषा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.शिवराज के एप्रिन पर सीएम कमलनाथ के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था. कांग्रेस का ध्यान जब इस ओर गया तो उसने शिवराज पर पलटवार किया.कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा शिवराज सिंह चौहान को सीएम पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए.
विधानसभा का शीतकालीन सत्र 17 दिसंबर से शुरू हुआ है दो 23 दिसंबर तक चलेगा. बीजेपी ने इस दौरान हर दिन पैदल मार्च कर सरकार को सड़क पर घेरने का ऐलान किया है.सत्र के दूसरे दिन बीजेपी ने यूरिया संकट पर पैदल मार्च किया था जबकि तीसरे दिन युवा बेरोजगारों के मुद्दे पर मार्च किया.उससे पहले 17 दिसंबर को जिन दिन सत्र शुरू हुआ था उस दिन बीजेपी नेताओं ने प्रदेश में नागरिकता संशोधन एक्ट लागू करने की मांग के साथ मार्च किया था.