जांजगीर-देवरी.
सारागांव थाना में पदस्थ महिला आरक्षक रानू धुर्वे ने मंगलवार की दोपहर किराए के मकान में फांसी लगाकर जान दे दी। उनके पति सनी जोशी भी आरक्षक हैं। उनकी पोस्टिंग डायल 112 में है।
करौवाडीह जैजैपुर के सनी जोशी ने प्रेम प्रसंग के बाद 2011 में रानू से शादी की थी। बाद में दाेनों जांजगीर आ गए थे। उनका एक 6 साल तथा एक डेढ़ साल का बेटा है। परिवार सारागांव में ही किराए के मकान में रहता है। सनी की मां और पिता भी यहीं रहते थे। कुछ दिन पहले ही वे लोग करौवाडीह वापस गए हैं।
मंगलवार को भी महिला आरक्षक रानू धुर्वे ड्यूटी पर थीं। दोपहर 12 बजे के आसपास रानू के पास किसी का फोन आया तो वह थाने से घर गईं। इसके बाद वापस नहीं लौटीं। पति सनी की ड्यूटी सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक थी। इसके बाद वह अपने घर पहुंचे , यहां रानू फांसी के फंदे पर लटकी थी। आरक्षक द्वारा फांसी लगाने की सूचना मिलने पर एएसपी मधुलिका सिंह सारागांव पहुंचीं।
उन्होंने आरक्षक रानू की मां से फोन पर भी बात कर घटना की जानकारी दी तथा प्रारंभिक पूछताछ की। कारणों का पता नहीं चला है। आरक्षक रानू धुर्वे बीच में एक माह की छुट्टी में थी। इस दौरान वह अपने परिचितों के साथ घूमने दोनों बच्चों को लेकर मनाली चली गई थीं। वहां से लौटने के बाद दाेनों के बीच विवाद होने लगा था। आरक्षक रानू ने परेशान रहने की बात अपने स्टाफ के लोगों से चर्चा की थी। पर वह फांसी लगा लेगी इसका अंदेशा किसी को नहीं था।