नई दिल्ली
कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा चीन इस मुश्किल घड़ी में भी भारत के सामने मुश्किलें खड़ी कर रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक चीन वायुसेना के विमान को वुहान जाने की इजाजत देने में जानबूझकर देरी कर रही है. इससे वुहान में फंसे भारतीय बेहद परेशान हैं.
संकट काल में चीन कर रहा राजनीति
चीन में कोरोना वायरस से अब तक 2200 से ज्यादा लोग काल के गाल में समा चुके हैं. वुहान में सबसे ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक वुहान में 45,346 लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं. वुहान में कुछ भारतीय अब भी फंसे हुए हैं. इन भारतीयों को लाने के लिए वायुसेना का विमान सी-17 ग्लोबमास्टर चीन जाने वाला है. लेकिन चीन जानबूझकर इस विमान को उड़ान भरने की इजाजत नहीं दे रहा है.
दरअसल ये विमान यहां से कोरोना वायरस से जुड़े इलाज के लिए दवाएं भी लेकर जाएगा और वापसी के दौरान वुहान में फंसे भारतीयों को लेकर वापस आएगा. लेकिन चीन के अडंगे की वजह से इस ऑपरेशन में बाधा आ रही है और भारतीयों की तत्काल वापसी पर प्रश्नचिह्न लग गया है.
20 फरवरी को ही उड़ान भरने वाला था C-17 ग्लोबमास्टर
रिपोर्ट के मुताबिक C-17 ग्लोबमास्टर 20 फरवरी को ही वुहान के लिए उड़ान भरने वाला था, लेकिन चीन की ओर से इजाजत न देने की वजह से ऐसा नहीं हो सका. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उच्च पदस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, "चीन जानबूझकर भारत के विमान को मंजूरी देने में देरी कर रहा है."
विदेश मंत्रालय के मुताबिक इस विमान से लगभग 100 भारतीय को वापस लाया जाएगा. भारत सरकार ने वुहान में फंसे भारतीयों को कहा है कि जो भी वापस आना चाहते हों वे भारतीय दूतावास से संपर्क करें. बता दें कि एअर इंडिया चीन से 640 भारतीयों को वुहान से वापस ला चुका है.
चीन ने किया इनकार
इस बीच चीन ने उन आरोपों से इनकार किया है जिसमें कहा गया है कि वह भारत के विमान को वुहान आने की इजाजत देने में देरी कर रहा है. चीन ने कहा कि दोनों देशों के अधिकारी इस पर अंतिम बातचीत कर रहे हैं.