नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए महाराष्ट्र के सतारा में विपक्ष पर सावरकर को बदनाम करने का आरोप लगाया. अपने चुनावी भाषण में उन्होंने कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला.
पीएम मोदी ने कहा, 'आज तक भाजपा के पास सिर्फ शिवाजी महाराज के संस्कार थे. अब हमारे पास शिवाजी के संस्कार के साथ-साथ उनका परिवार भी है. संस्कार और परिवार का ये संगम वीर शिवाजी के सपनों का महाराष्ट्र, उनके सपनों का अखंड हिंदुस्तान बनाने में अहम सिद्ध होने वाला है.'
उन्होंने कहा, 'बीते 5 वर्षों से महायुति (गठबंधन) की सरकार ने केंद्र में भी और महाराष्ट्र में भी शिवाजी महाराज के संस्कारों के अनुसार ही काम किया है. राष्ट्ररक्षा और राष्ट्रवाद को हमने प्राथमिकता दी है. भारत भूमि पर बुरी नज़र रखने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.'
'सरकार ने सेना को ताकतवर की श्रेणी में ला खड़ा किया'
पीएम मोदी ने कहा, 'शिवाजी महाराज ने राष्ट्ररक्षा के लिए एक सशक्त सेना को प्राथमिकता दी. उस काल में भी उन्होंने एक सशक्त नौसेना का निर्माण किया था. बीते 5 वर्षों में हमारी सरकार ने भारत की सेना को दुनिया की ताकतवर सेनाओं की श्रेणी में खड़ा कर दिया है.'
उन्होंने कहा कि राष्ट्र रक्षा के लिए, राष्ट्र के एकीकरण के लिए महायुति की सरकार ने ऐसे फैसले लिए हैं, जिनको लेने की हिम्मत पहले नहीं दिखाई गई. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि आज यहां महाराष्ट्र में जो हमारे विरोध में खड़े हैं, उन्होंने राष्ट्ररक्षा के लिए उठाए गए हर कदम का विरोध किया.
'जवानों के शौर्य पर सवाल से दुख होता है'
उन्होंने वहां के अपशिंगे मिलिटरी गांव का जिक्र करते हुए कहा कि वह गांव तो राष्ट्ररक्षा के लिए ही समर्पित है. वहां के घर-घर से राष्ट्ररक्षक निकले हैं. ऐसे संस्कार जहां के हों, वहां राष्ट्र का अहित करने वाली राजनीति को जगह भला कैसे सहन हो सकती है.
यही कारण है कि कांग्रेस और NCP के नेता जब हमारे वीर जवानों के शौर्य पर सवाल उठाते हैं, तो सतारा को ठेस पहुंचती है. जब ये राफेल जैसे आधुनिक जहाज को लेकर अपप्रचार करते हैं, तो राष्ट्रभक्तों की धरती को अपार पीड़ा होती है.
'बांटो, बांटो, बांटो और मलाई खाओ'
पीएम मोदी ने कहा, 'जब ये आर्टिकल-370 को लेकर अफवाहें फैलाते हैं, तब पूरा सतारा निराश होता है. जब वीर सावरकर जैसे राष्ट्रनायकों को ये बदनाम करने का प्रयास करते हैं, तब सतारा का पारा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है.'
उन्होंने कहा, 'जहां कार्यकर्ताओं में, गठबंधन में ही बंटवारा है, वो महाराष्ट्र के समाज को एकजुट भला कैसे कर सकते हैं? इनकी राजनीति का एक ही आधार है, बांटो, बांटो, बांटो और मलाई खाओ.'
पीएम मोदी ने कहा कि ये संस्कार छत्रपति शिवाजी के बिल्कुल नहीं हैं. उन्होंने तो समभाव और सद्भाव से राष्ट्रसेवा का मार्ग हमको दिखाया है. इसी रास्ते को बीते 5 वर्षों में महायुति की सरकार ने सशक्त किया है.
शेतकरी समाज को पहले सिर्फ वादे मिले, अब काम
महाराष्ट्र के मेहनती शेतकरी समाज के नाम पर बातें और वादे बहुत किए गए, उनके नाम पर नेतागिरी भी बहुतों ने चमकाई. लेकिन सही मायने में शेतकरी समाज के बारे में सोचने का काम महायुति की सरकार ने ही किया है.
सिंचाई से लेकर कमाई तक के तमाम प्रयास हम कर रहे हैं. महाराष्ट्र के सभी किसान परिवारों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ पहुंच रहा है. लघु किसान परिवारों, खेत मजदूरों को, छोटे दुकानदारों को, 60 वर्ष की आयु के बाद पेंशन की सुविधा भी तय हो चुकी है.
'5 सालों में सरकार ने गन्ना किसानों के लिए काम किया'
गन्ना किसानों की मुश्किलों को हल करने के लिए हर संभव कोशिश बीते 5 वर्षों में की गई है. गन्ने के लाभकारी मूल्य को लागत का डेढ़ गुणा से अधिक तय किया गया है. जब भी कोई समस्या हुई है, हमने यह कोशिश की है कि किसानों को उनका बकाया समय पर मिले.
गन्ना किसानों को सिर्फ चीनी के भरोसे ना रहना पड़े, इसके लिए इथेनॉल के उत्पादन पर बल दिया जा रहा है. देशभर में इसके लिए आधुनिक फैक्ट्रियां बनाई जा रही हैं. हमारा प्रयास है कि आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल में करीब 10 प्रतिशत तक के इथेनॉल का उपयोग किया जा सके.
सामान्य गरीब को आरक्षण भी मिला
मराठा समाज को आरक्षण हो, सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों को इतिहास में पहली बार मिला आरक्षण हो, ये महायुति की ही सरकार ने कर दिखाया है. महायुति की सरकार का हमेशा से ये प्रयास रहा है कि किसी का शोषण ना हो, किसी का हक ना मारा जाए. बीते 5 वर्ष में महिला सशक्तिकरण को भी अभूतपूर्व बल मिला है.