भोपाल
प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायक कमलेश जाटव ने अब सीधे मुख्यमंत्री पर निशानासाधा है। उन्होंने कहा है कि सिंधिया की सहमति से ही कमलनाथ मुख्यमंत्री बनें हैं। इधर इन सब विवादों के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया सितम्बर में दो दिन के दौरे पर प्रदेश आ रहे हैं। उधर मुख्यमंत्री कमलनाथ आज दिल्ली में हैं।
अम्बाह से विधायक कमलेश जाटव ने सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस की कमान देने की मांग करते हुए कहा है कि यदि सिंधिया गुटबाजी करते तो कमलनाथ मुख्यमंत्री न होते, उनकी जगह पर सिंधिया मुख्यमंत्री होते। कमलनाथ को सिंधिया की सहमति से ही मुख्यमंत्री बनाया गया है। कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष भी सिंधिया की सहमति से बनाया गया था। जाटव ने कहा कि ग्वालियर-चंबल की 27 सीटों पर जीत ही सिंधिया के कारण कांग्रेस को मिली है।
सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की मांग के चलते उनके प्रदेश में दो दिवसीय दौरे का कार्यक्रम तय हो गया है। इस दौरे के दौराने वे पार्टी के एससी प्रकोष्ठ के कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे। सिंधिया तीन सितम्बर को ग्वालियर आने वाले हैं। वे दो दिन तक यहां पर रहेंगे। इस दौरान वे शहर में कई लोगों के यहां जाएंगे। इसके अलावा वे ग्वालियर झुग्गी झोपड़ी संघ, चैम्बर्स आॅफ कॉमर्स, सिंधी समाज, कांग्रेस के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ और अध्यापक संघ के कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री कमलनाथ दिल्ली में हैं। पीसीसी चीफ को लेकर शुक्रवार को उनकी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के एक घंटे तक चर्चा हुई थी। इसके बाद वे वैष्णो देवी दर्शन के लिए गए थे। बताया जाता है कि वहां से वे वापस दिल्ली आ गए हैं। जहां पर उनकी पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से चर्चा होने की संभावना है। यह चर्चा प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष को लेकर हो सकती है। कमलनाथ सोमवार को भोपाल आएंगे।