जबलपुर
जाने माने वकील शशांक शेखर ने आज पूर्णकालिक महाधिवक्ता पद का चार्ज ले लिया। उन्होने कहा कि राज्य शासन ने विधिजगत की सेवा में उनसे जो उम्मीद की है, उस पर वे खरा उतरने का प्रयास करेंगे। 5 मई को महाधिवक्ता राजेंद्र तिवारी के निधन के बाद शशांक शेखर को कार्यवाहक महाधिवक्ता नियुक्त किया गया था। इस संबंध में कल रविवार होने के बावजूद राज्य शासन के विधि-विधायी विभाग ने नियुक्ति का आदेश जारी किया।
आज सुबह 10 बजे महाधिवक्ता कार्यालय पहुंचे शशांक शेखर ने औपचारिक रूप से कार्यभार ग्रहण कर लिया। इस अवसर पर संभाग कमिश्नर राजेश बहुगुणा, आईजी विवेक शर्मा, कलेक्टर भरत यादव, एसपी अमित सिंह ने उनका पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। वहीं अतिरिक्त एवं उप महाधिवक्ताओं, शासकीय अधिवक्ताओं सहित अनेक वकीलों ने पदभार ग्रहण करने की बधाई दी।
पूर्णकालिक महाधिवक्ता मिल जाने से राज्य शासन को यह लाभ मिलेगा कि ऐसे मामले जिन पर अदालत से अंतरिम आदेश जारी हैं वहां जवाब-दावा में अब विलंब नहीं होगा। साथ ही शासकीय अधिवक्ता नियुक्ति में गति आएगी। इसके अलावा शासन के विरुद्ध चल रहे मामलों पर भी राज्य सरकार का पक्ष मजबूती से रखा जा सकेगा।
हालांकि यह बात अलग है कि शशांक शेखर को अतिरिक्त फिर कार्यवाहक महाधिवक्ता बनाए जाने के समय से भाजपा इस पर चुटकियां लेती रही है। क्योंकि शशांक शेखर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पत्नी साधनासिंह के वकील रहे हैंं। उस वक्त कांग्रेस की राष्टÑीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया को मानहानि के मामले में नोटिस जारी हुए थे। इसके अलावा व्यापमं मामले में भी शशांक शेखर वकील रह चुके हैं। फिलहाल इनके पूर्णकालिक हो जाने पर भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आर्ई।