नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव में इस बार 8026 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। कुल उम्मीदवारों में से 86% कैंडिडेट्स ऐसे हैं जो अपनी चुनाव में जमानत नहीं बचा सके। चुनाव आयोग की ओर से यह जानकारी जारी की गई है। पिछली लोकसभा चुनाव में मतदान का आंकड़ा 67.4% रहा जो लोकसभा चुनाव में मतदान का यह सर्वाधिक आंकड़ा रहा।
बीजेपी के 51 उम्मीदवार नहीं बचा सके जमानत
चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, देश की 542 लोकसभा सीटों को इसमें शामिल किया गया, वेल्लोर को इसमें नहीं शामिल किया गया। वेल्लोर में चुनाव रद्द कर दिया गया था। हारनेवाले 7,484 उम्मीदवारों में से सिर्फ 587 उम्मीदवार ही ऐसे रहे जो अपनी जमानत बचा सके। 383 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़नेवाली बीएसपी के 345 उम्मीदवार लोकसभा चुनाव में जमानत भी नहीं बचा सके। 421 में से कांग्रेस के 148, सीपीएम के 69 में से 51, सीबीआई के 49 में से 41, एनसीपी के 34 में से 14 और टीएमसी के 62 उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा सके। 303 सीटों पर जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी करनेवाली बीजेपी के भी 51 उम्मीदवार जमानत बचाने में नाकाम रहे।
बीजेपी को मिले 37.76% वोट
चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार बीजेपी का 37.76% वोट शेयर रहा। कांग्रेस का 19.7%, तृणमूल कांग्रेस का 4.11%, बीएसपी का 3.67%, सीपीएम का 1.77%, एनसीपी का 4% और सीपीआई का वोट शेयर सिर्फ 0.59% तक ही रहा।
मतदान करने में महिलाएं रही आगे
इस बार के चुनाव में बड़ी संख्या में महिलाएं मतदान के लिए निकलीं। 67.18% महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह पुरुषों के 67% से अधिक रहा। 17 राज्यों और संघ-शासित प्रदेशों में महिला मतदान प्रतिशत अधिक रहा जिनमें बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड जैसे राज्य शामिल हैं।
लक्षद्वीप में सबसे अधिक 85.21% मतदान
संघ-शासित प्रदेश लक्षद्वीप में लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक 85.21% मतदान हुआ। इसके बाद नगालैंड में 83% मतदान हुआ। देश के बड़े राज्यों में पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक मतदान 81.76% हुआ। जम्मू-कश्मीर में सबसे कम 44.97% ही मतदान हुआ। हिंदी बेल्ट कहे जानेवाले राज्यों में बिहार (57.35%) और उत्तर प्रदेश में 59.21% ही मतदान हुआ।
असम के ढुबरी सबसे अधिक मतदान वाला संसदीय क्षेत्र
असम के ढुबरी में सबसे अधिक मतदान हुआ और यह 90.66% के साथ सर्वाधिक मतदान वाला संसदीय क्षेत्र इस लोकसभा चुनाव में बना। सुरक्षा कारणों से अनंतनाग में सबसे कम 8.98% ही मतदान हो सका। पोस्टल बैलेट के जरिए इस बार चुनाव में 28 लाख लोगों ने मतदान किया, लेकिन इनमें से सिर्फ 22.8 लाख मत ही वैध घोषित किए गए। लगभग 5 लाख पोस्टल बैलेट वोट बोगस निकले।