नई दिल्ली
लकी अली. आज के दौर की जनरेशन को भले ही इस नाम के बारे में ज्यादा जानकारी ना हो लेकिन 90 के दशक की शुरुआत में पैदा होने वाले लोगों के लिए ये नाम एक खूबसूरत याद के समान है. आज उनका जन्मदिन है. अपने पॉप कल्चर से बॉलीवुड को भी एक दौर में पछाड़ देने वाले लकी अली दौलत-शोहरत की चाह से दूर ही रहे, अपने मनमुताबिक काम किया और बेहद मधुर और खनकदार आवाज होने के बावजूद मेनस्ट्रीम कल्चर में रमने की जगह खानाबदोश वैरागी की तरह जीवन जिया.
मशहूर कॉमेडियन महमूद अली के बेटे लकी अली का अपने पिता के साथ काफी द्वंद था और दोनों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं थे. महमूद अली 60-70 के दशक में बेहद बिजी एक्टर थे और वे अक्सर शूटिंग के चलते अपने घर से दूर रहा करते थे. उनकी घर से दूरी का आलम ये था कि 10 महीने एक बोर्डिंग स्कूल में बिताने के बाद जब 4-5 साल के अली अपने पिता से मिले थे तो वो उन्हें पहचान नहीं पाए थे बल्कि उन्होंने ये कहा था कि ये तो फिल्म कॉमेडियन महमूद है.
मसूरी की खूबसूरत वादियों में उनका बोर्डिंग स्कूल था. अली ने कुछ समय नशा करते हुए भी बिताया था जिसके चलते उनके पिता ने फिल्म 'दुश्मन दुनिया का' लिखी थी. इस फिल्म में अली के छोटे भाई मंजूर ने काम किया था. ये कहानी लकी नाम के शख्स की थी जो ड्रग्स की लत के चलते अपनी मां को मार देता है और फिर उसके पिता उसकी हत्या कर देते हैं. इस डार्क फिल्म को अली ने करने से मना कर दिया था क्योंकि उन्हें लगा था कि इस फिल्म में ना उम्मीदी का स्तर बहुत ज्यादा है. हालांकि उन्होंने इस फिल्म में अपना पहला गाना गाया था.
लकी अली को कभी भी फिल्मों का ग्लैमर रास नहीं आया लेकिन एक जीनियस आर्टिस्ट की तरह जब जब उन्होंने फिल्मों में गाना गाया तो दर्शकों ने उसे भरपूर प्यार दिया. ऋतिक रोशन का एक पल का जीना और फिल्म युवा में गाया अंजाना अंजानी को आज भी लोग गुनगुनाते हैं. लकी अली की पहली पत्नी न्यूजीलैंड की थी. जिन्होंने उनकी एल्बम ओ सनम में भी काम किया था. इसके बाद उन्होंने परशियन महिला से शादी रचाई. इसके बाद उन्होंने एक ब्रिटिश मॉडल से शादी रचाई थी.
वे सिंपल लाइफस्टाइल की पैरवी करते रहे और म्यूजिक के अलावा उन्हें घोड़ों को पालने का भी शौक रहा. इसके अलावा उन्होंने कारपेट्स बेचे और लंबे समय तक किसान के तौर पर भी काम किया है. वे पर्यावरण संरक्षण और ऑर्गेनिक फॉर्मिंग को काफी सपोर्ट करते हैं.