लखनऊ
रेलवे के स्टेशन मास्टर जल्द ही सहायक परिचालन प्रबंधक बन सकेंगे। इसके साथ ही इनके राजपत्रित होने का रास्ता भी साफ हो गया है। रेलवे बोर्ड ने स्टेशन मास्टर को एमएसीपी के तहत 5400 वेतनमान को मंजूरी दे दी है। स्टेशन मास्टर को यह बढ़ा हुआ वेतनमान वर्ष 2018 से मिलेगा। बोर्ड के इस फरमान के बाद पूरे भारतीय रेल में तैनात करीब 40 हजार स्टेशन मास्टरों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
स्टेशन मास्टर को रेलवे बोर्ड ने उच्च वेतनमान देने के लिए सभी मंडलों को निर्देश जारी कर दिए हैं। एमएसीपी (संशोधित सुनिश्चित कैरियर प्रोन्नयन) के तहत 10, 20 और 30 वर्ष की सेवा के बाद अब स्टेशन मास्टरों को प्रोन्नत कर 5400 का वेतनमान भी मिलेगा। उत्तर रेलवे के मंडल सचिव अनूप कुमार के मुताबिक भारती रेलवे में स्टेशन मास्टर लंबे समय से इसके लिए संघर्ष कर रहे थे।
सातवें वेतनमान के बाद स्टेशन मास्टर को 4200 ग्रेड पे में 10 वर्ष पूर्ण होने पर 4600 वेतनमान, 20 वर्ष पूर्ण होने पर 4800 और 30 वर्ष पूर्ण होने पर 5400 वेतनमान मिलना था। स्टेशन मास्टर को 4800 का वेतनमान तो मिल रहा था लेकिन 30 वर्ष पूर्ण होने के बाद उन्हें 5400 वेतनमान नहीं मिल पा रहा था। रेलवे बोर्ड की स्वीकृति के बाद बुधवार को रेलवे बोर्ड की उप निदेशक पे कमीशन सुधा ए. कुजर ने इसका आदेश जारी कर दिया है।
वर्ष 2018 से मिलेगा लाभ
मंडल सचिव अनूप कुमार के मुताबिक एमएसीपी 5400 वेतनमान का लाभ वर्ष 2018 को 30 साल की नौकरी पूरी कर चुके और सेवानिवृत्त हो चुके सभी कर्मियों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार को स्टेशन मास्टर नई दिल्ली में यूनियन लीडर स्व. पी. सीवन पिल्लई की स्मृति में स्टेशन मास्टर डे मनाकर रेलभवन तक रैली निकालने पहुंचे थे लेकिन नई दिल्ली में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की दिल्ली यात्रा और बिगड़े हालात के चलते रैली को रद्द करना पड़ा।