भोपाल
रेल विभाग द्वारा अवैध वेंडर एवं अवैध बिलिंग वसूली के खिलाफ नकेल कसने के लिए एवीएम यानि आॅटोमेटिक वेंडिंग मशीन की शुरूआत की थी। इसके लिए बकायदा कुछ ट्रेनों में इसकी शुरूआत भी हो चुकी है और कुछ नए टेंडर भी जारी करने की तैयारी की जा रही है। किंतु इन एवीएम मशीनों पर एक्सपर्ट ने दावा किया है कि कॉन्ट्रैक्टर आईडी एवं पासवर्ड के जरिए इसमें लोड किए गए मूल्यों में भी छेड़छाड़ कर बदलाव कर सकतें हैं।
गौरतलब है कि रेलवे कैटरिंग व वेंडरों के अवैध वसूली पर अंकुश लगाने के लिए स्टेशनों में रेलवे की तरफ से बिल नहीं तो पैसा नहीं की मुहिम शुरू की गई। इस मुहिम पर रेलवे वेंडर व कैटरिंग संचालकों ने एवीएम मशीन लगाना शुरू किया। इससे रेलवे ने एवीएम मशीन लगाकर भूलगया कि इसमें भी छेड़छाड़ हो सकती है। मगर एवीएम मशीन एक्सपर्ट ने दावा किया कि मशीनों में आईडी व पासवर्ड के जरिए इसमें भी छेड़छाड़ हो सकती है। एक निश्चित समय में इसका टेक् निकल टेस्ट किया जाना चाहिए। जो अभी नहीं किया जा रहा है।
एवीएम एक्सपर्ट इंद्रजीत सिंह ने बताया कि एवीएम मशीन के इंन्सटालेशन के समय जो रेलवे द्वारा रेट तय किए जातें है उसी आधार पर उसमें रेट डाले जाते हैं,लेकिन इसमें आईडी-पासवर्ड जरिए इसमें बदलाव किया जा सकता है। जो प्रत्येक कांट्रैक्टर पास उपलब्ध होता है। ऐसे में यूजर अपने हिसाब से वस्तुओं का मूल्य सेट कर सकता है।