बिलासपुर
एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर की टीम ने उपतहसील कार्यालय सकरी में पदस्थ महिला क्लर्क को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दरअसल परसदा गांव निवासी ब्रह्मानंद साहू ने अपनी पैतृक संपत्ति का रिकॉर्ड दुरुस्तीकरण कराने के लिए उपतहसील कार्यालय सकरी में आवेदन दिया है। लगातार सकरी उपतहसील कार्यालय का चक्कर काटकर वह परेशान हो गए थे। बावजूद, उनका रिकार्ड दुरुस्त करने में आनाकानी की जा रही थी। बार-बार के चक्कर से किसान परेशान हो गया।
उसने अपना काम करने के लिए महिला क्लर्क से आग्रह किया। जिस पर क्लर्क मंजू ने काम कराने के लिए ब्रह्मानंद से 10 हजार रुपये देने की मांग की। किसान ने इतनी राशि दे पाने में असमर्थता जाहिर की। इस पर सहायक ग्रेड-दो मंजू ने बिना रुपये के काम नहीं होने की बात पर अड़ गई। परेशान होकर किसान ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में 10 अक्टूबर को की थी । किसान की शिकायत पर एसीबी के अधिकारियों ने रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई।
महिला कर्मचारी और किसान के बीच की लेनदेन संबंधी बात को रिकार्ड कराया। रंगे हुए नोट किसान को देकर 8 नवंबर को क्लर्क को देने का तिथि निर्धारित किया। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम में महिला कर्मचारी-अधिकारियों को साथ लेकर उपतहसील कार्यालय पहुंचे।
इस बीच किसान ने क्लर्क को दस हजार रुपये रिश्वत देकर टीम को इशारे से बताया। एसीबी की टीम ने महिला क्लर्क का हाथ धुलाकर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। खबर लिखे जाने तक भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्घ करने की प्रक्रिया जारी है। एसीबी के डीएसपी आदित्य हीराधर ने बताया कि जिले में भ्रष्टाचार की शिकायतें बढ़ी है। बीते कुछ महीनों में ही तखतपुर, रतनपुर और पथरिया में भी टीम ने रिश्वत लेने वालों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।