रायपुर
भारतीय कृषि विश्वविद्यालय संघ का 44वां वार्षिक कुलपति अधिवेशन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में 12 और 13 दिसम्बर को आयोजित किया जाएगा। इस अधिवेशन का शुभारंभ राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उईके करेंगी एवं शुभारंभ समारोह की अध्यक्षता कृषि एवं पशु पालन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे करेंगे। कृषि महाविद्यालय, रायपुर के प्रेक्षागृह में आयोजित इस दो दिवसीय अधिवेशन में देश भर के कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति शामिल होंगे। अधिवेशन में स्नातक स्तर की कृषि शिक्षा के वर्तमान स्वरूप पर विचार-मन्थन किया जएगा और इसके परिमार्जन हेतु अनुशंसाएं दीं जाएंगी।
भारतीय कृषि विश्वविद्यालय संघ के महासचिव इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटील ने आज यहां बताया कि वर्तमान में कृषि की परिस्थितियों, आवश्यकताओं और प्रौद्योगिकी में आए बदलाव और परिवर्तनशील चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए स्नातक स्तर की कृषि शिक्षा के स्वरूप के संबंध में चिन्तन किया जाना प्रासंगिक है। उन्होंने बताया कि ग्लोबल वार्मिंग, पर्यावरणीय परिस्थितियों में बदलाव, मौसम की अनिश्चितता से कृषि व्यवसाय में बढ़ते जोखिम, कृषि प्रौद्योगिकी में परिवर्तन, बाजार एवं रोजगार की स्थितियों आदि के कारण भारतीय कृषि के परिदृश्य में काफी बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए स्नातक स्तर की कृषि शिक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाना अनिवार्य हो गया है। उन्होंने कहा कि कृषि शिक्षा को रोजगारपरक बनाया जाना आवश्यक है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए भारतीय कृषि विश्वविद्यालय संघ के इस वार्षिक कुलपति अधिवेशन में इस विषय पर गहन विचार-विमर्श किया जएगा और सार्थक अनुसंशाएं दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि अधिवेशन के शुभारंभ समारोह में भारतीय कृषि विश्वविद्यालय संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रो. एन.सी. पटेल पूर्व कुलपति आणंद कृषि विश्वविद्यालय एवं जुनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय का सम्मान किया जाएगा। इस अवसर पर समूह चर्चा का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें देश के प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक एवं शिक्षाविद हिस्सा लेंगे। आई.आई.एम. अहमदाबाद से प्रो. अनिल गुप्ता एवं प्रो. सुखपाल सिंग तथा इरमा, आणंद के प्रो. शैलेन्द्र भी शामिल होंगे। इस अवसर पर स्टूडेन्ट कॉर्नर एप का लोकार्पण भी किया जाएगा।