कोलकाता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मशहूर इतिहासकार और लेखक रामचंद्र गुहा को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह (केंद्र) सरकार छात्रों और एक नामचीन इतिहासकार से डर गई है। बता दें कि बेंगलुरु में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन करने पर रामचंद्र गुहा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उनके अलावा करीब 30 प्रदर्शनकारियों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
ममता बनर्जी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए गुहा को हिरासत में लिए जाने का विरोध किया। ममता ने लिखा, 'यह सरकार छात्रों से डरी हुई है। यह सरकार मीडिया से बात करने और गांधी का पोस्टर पकड़ने पर भारत के सबसे नामचीन इतिहासकारों में से एक से डर गई है। मैं रामचंद्र गुहा को हिरासत में लेने की निंदा करती हूं।'
144 का उल्लंघन करने पर रामचंद्र गुहा हिरासत में
इतिहासकार रामचंद्र गुहा सहित अन्य लोगों को पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में गुरुवार को हिरासत में लिया। पुलिसकर्मी गुहा को अपने साथ पास में ही खड़े वाहन तक ले कर गए। पुलिस का कहना है कि इन लोगों ने शहर में प्रदर्शनों के खिलाफ लगी निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया।
खुद को हिरासत में लिए जाने पर गुहा ने कहा, 'यह बिल्कुल अलोकतांत्रिक है कि पुलिस शांतिपूर्ण तरीके से भी प्रदर्शन नहीं करने दे रही है, जबकि यह नागरिकों का मौलिक अधिकार है।' सीपीएम ने भी शहर में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन किया।