जबलपुर
देश की सर्वोच्च अदालत में राम मंदिर (Ram Temple Ayodhya) को लेकर चल रहे मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इस मामले में दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है. इस बीच मुस्लिम जागरण मंच (Muslim Rashtriya Manch) देशभर में राम मंदिर निर्माण को लेकर जन-जागरण अभियान चला रहा है. इसी क्रम में गुरुवार को जबलपुर में मंच की एक बैठक हुई, जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए. बैठक में लोगों को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के प्रावधानों को हटाने और राम मंदिर निर्माण से जुड़ी जानकारी दी गई. इस मौके पर मंच के अध्यक्ष एसके मुद्दीन (SK Muddin) ने कहा कि हदीस में कहा गया है कि जिस भी स्थान पर विवाद झगड़ा-फसाद और मारपीट होगी, वहां मस्जिद (Babri Masjid) का निर्माण नहीं हो सकता. इसके अलावा उन्होंने दोटूक लफ्जों में कहा कि राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में नहीं होगा, तो और कहां होगा.
मुस्लिम मंच की बैठक में महाकौशल क्षेत्र के कई लोग पहुंचे थे. बैठक में आए लोगों को अध्यक्ष एसके मुद्दीन ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के प्रावधानों को हटाने, 35-ए और राम मंदिर निर्माण के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने से न केवल कश्मीरी, बल्कि पूरा मुल्क खुश है. इसके हट जाने से अब वहां भी भाईचारे और शांति का पैगाम फैल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने धारा 370 हटा कर कश्मीरी और कश्मीरियत के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है. जन जागरण के माध्यम से मंच का प्रयास है कि समाज के लोग आपसी भाईचारे का पैगाम समाज में दें.' राम जन्मभूमि विवाद पर मुद्दीन ने कहा, 'हदीस में कहा गया है कि जिस भी स्थान पर झगड़ा-फसाद या मारपीट होगी, वहां मस्जिद का निर्माण नहीं किया जा सकता है. वैसे भी राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में नहीं होगा, तो फिर कहां होगा.'
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार के फैसलों को अपना समर्थन देता रहा है. राम मंदिर और जम्मू-कश्मीर के अलावा, मंच ने तीन तलाक के फैसले पर भी केंद्र सरकार को समर्थन दिया है. मंच 'देश हमें देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखें' के संदेश के साथ देशभर में जन-जागरण अभियान चला रहा है. इसी क्रम में जबलपुर में भी गुरुवार को बैठक का आयोजन किया गया. मंच की ओर से कहा गया कि आने वाले दिनों में भी यह अभियान जारी रहेगा. आपको बता दें कि मंच के इसी अभियान के तहत RSS के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार भी जबलपुर पहुंचे और मंच से जुड़े सदस्यों को विभिन्न मुद्दों को जनता के बीच पहुंचाने की सलाह दी.