रायपुर
राज्य सरकार द्वारा आयोजित राज्योत्सव में लोगों में भारी उत्साह और उमंग है। जन भावनाओं के अनुरूप राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उईके के आग्रह पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्योत्सव की अवधि तीन दिन से बढ़ाकर पांच दिन कर दिया हैं, ताकि आम जनता इसका भरपूर लाभ उठा सकें। रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में एक नवम्बर से आयोजित राज्योत्सव में विभिन्न विभागों और निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों द्वारा लगाए गए स्टॉलों में लोगों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिल रही है। राज्य सरकार के पर्यटन विभाग के स्टॉल में प्रदेश के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं धार्मिक पर्यटन स्थलों की जानकारी को लोगों द्वारा सराहना की जा रही है और पर्यटन स्थलों के छायाचित्र के साथ सेल्फी भी ले रहे हैं।
पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू के निर्देश पर प्रदेश में पर्यटन क्षेत्रों का विकास तेजी से हो रहा है। इसकी जानकारी के लिए बड़े पैमाने पर ब्रोशर एवं पाम्पलेट का वितरण भी किया जा रहा है। राज्योत्सव में पर्यटन विभाग के स्टॉल में मुख्य रूप से वैभव नगरी सिरपुर का लक्ष्मण मंदिर, जो कि ईटों से निर्मित भारत की सर्वोत्तम प्राचीन मंदिरों में से एक है, प्रदर्शित किया गया है। इसके साथ ही बिलासपुर जिले के ताला गांव का रूद्र शिव प्रतिमा एवं दंतेवाड़ा जिले के बारसूर का प्राचीन गणेश प्रतिमाा, धार्मिक पर्यटन स्थल मां बम्लेश्वरी देवी डोंगरगढ़, नवा रायपुर में मानव निर्मित एवं क्षेत्रफल में एशिया का सबसे बड़ा जंगल सफारी, कबीरधाम जिले की सरोधा दादर एवं इसके निकट स्थित पर्यटन स्थल बैगा टुरिस्ट रिसॉर्ट, धमतरी के समीप स्थित पर्यटन स्थल जोहार लेक व्यू रिसॉर्ट गंगरेल, बिलासपुर के समीप स्थित पर्यटन स्थल जोहार ईको रिसॉर्ट कुरदर प्रदर्शित किया गया है। स्टॉल में मैनपाट, जैतखांम-गिरौधपुरी धाम, महाप्रभु वल्लभचार्य जी का प्राकट्य स्थल चंपारण्य, चित्रकोट जलप्रपात, बस्तर दशहरा एवं आदिवासी नृत्य का भी छायाचित्र प्रदर्शित किया गया है। राज्योत्सव में लोगों को एलईडी डिसप्ले के जरिये प्रदेश के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थ्लों की जानकारी दी जा रही है।