रायसेन
मध्य प्रदेश में भारी बारिश के बाद प्रदेश के कई ज़िले बाढ़ की चपेट में आने से प्रभावित हुए हैं। राज्य सरकार ने अनुमान लगाया है कि प्रदेश में बारिश से दस हज़ार करोड़ का नुकसान हुआ है जिसे के लिए केंद्र सरकार से भी मदद मांगी गई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायज़ा लेने केंद्र से एक दल प्रदेश आया है। गुरुवार को इस दल की दो टीमें अलग अलग जगह का जायजा लेने पहुंची थी। इनमें से एक दल प्रदेश के रायसेन जिले के बाढ़ पर्भावित गांव पहुंचा।
ढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए आए केन्द्रीय दल ने सांची विकासखण्ड के बाढ़ प्रभावित ग्राम कायमपुर, नीनोद तथा जमुनिया का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने फसल, मकान, सड़क तथा ट्रांसफार्मर एवं विद्युत पोल को बाढ़ से हुए नुकसान को देखा। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामवासियों से जनहानि, पशुहानि सहित अन्य नुकसान के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। केन्द्रीय दल में जल संसाधन मंत्रालय के मनोज पौनिकर तथा ग्रामीण विकास मंत्रालय के केएम सिंह शामिल थे।
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने केन्द्रीय दल को बाढ़ से पूरे जिले में हुए नुकसान की विस्तार से जानकारी दी। केन्द्रीय दल द्वारा ग्राम कायमपुर, नीनोद तथा जमुनिया में चौपाल लगाकर लोगों से नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी ली। ग्रामवासियों ने सोयाबीन, मूंग, उड़द तथा अरहर फसलों को हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी। चौपाल के पश्चात केन्द्रीय दल ने किसानों के खेतों में जाकर क्षतिग्रस्त फसलों को भी देखा। केन्द्रीय दल के साथ भ्रमण के दौरान उप संचालक कृषि एनपी सुमन, ई पीडब्ल्यूडी केके वर्मा, सांची जनपद सीईओ, तहसीलदार सांची सुनील प्रभास भी उपस्थित थे।