रायपुर
राज्यभर में मानसून 98 दिन में अब तक 1063.7 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। 8 सितंबर तक औसत बारिश 1008.2 मिमी होनी चाहिए। यह औसत से 6 % अधिक है। 1 जून से 8 सितंबर तक प्रदेश के 16 जिलों में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। दो जिलों में सामान्य औसत से काफी अधिक बारिश हुई है। चार जिलों में ज्यादा पानी गिरा है। जबकि पांच जिलों में औसत से कम बारिश रिकार्ड की गई है। सरगुजा जिले में सबसे कम बारिश हुई है। वहीं बीजापुर में सबसे अधिक पानी गिरा है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक हरिप्रसाद चंद्रा ने बताया कि मानसून सीजन के दौरान राज्य का कोटा 1143 मिमी बारिश का है। अब तक 196317 मिमी बारिश हो चुकी है। औसत से केवल 80 मिमी बारिश कम हुई है। अगले 22 दिनों में औसत के करीब तक छत्तीसगढ़ में बारिश होने की संभावना है। उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में काफी कम पानी गिरा है। सिस्टम का प्रभाव नहीं बनने के कारण वहां कम बारिश हुई है। बस्तर व बीजापुर में बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम का काफी प्रभाव रहा। इस वजह से इन दोनों जिलों में काफी पानी गिरा है।
बारिश का असर… 4 साल बाद भरा सोंढूर बांध, पांचों गेट खोले गए
धमतरी | रविवार को जिले में रिकॉर्ड बारिश हुई है। शहर सहित कुरूद, नगरी और मगरलोड ब्लॉक में खूब बारिश हुई। 1 जून से अब तक 1012.4 मिमी बारिश हुई है। यह औसत 906 मिमी से ज्यादा है। 6 घंटे मूसलधार बारिश से शहर की निचली बस्तियों में 1 फीट तक पानी भर गया। 4 साल बाद सोंढूर बांध भर गया है। यहां से पांचों गेट खोलकर 3 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
शनिवार रात से बारिश होने से शहर के आमापारा, बनियापारा, शिव चौक, कोष्टापारा, जालमपुर सहित कई निचली बस्ती बठेना, औद्योगिक वार्ड, अधारी नवागांव वार्ड की सड़कों पर एक से डेढ़ फीट और हाईवे पर एक फीट तक पानी भर गया। कई लोगों के घरों में भी पानी घुस गया। बठेना पारा वार्ड में डबरी का पानी घरों में घुसने लगा। लोगों ने अपने-अपने गेट के सामने लकड़ी का पटिया लगाकर मिट्टी डालकर पानी को रोका। रुद्री के कैलाशपति नगर के अटल आवास में पानी भर गया है। यहां 50 परिवार रहते हैं।