प्रतापगढ़
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह को जिला प्रशासन ने नजरबंद करने का आदेश दिया है. मुहर्रम के चलते प्रशासन ने यह कदम उठाया है. उदय प्रताप सिंह सोमवार शाम पांच बजे से मंगलवार रात 10 बजे तक अपने आवास भदरी महल में नजरबंद रहेंगे.
राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह कुंडा कोतवाली क्षेत्र के शेखपुर आशिक गांव में मोहर्रम के दिन निकलने वाले जुलूस के रास्ते में पड़ने वाले हनुमान मंदिर पर भंडारे के आयोजन को लेकर अड़े हुए हैं, लेकिन प्रतापगढ़ जिला प्रशासन ने उन्हें भंडारे की अनुमति नहीं दी है.
हनुमान पाठ की भी अनुमति नहीं
जिला प्रशासन ने पहले ही उन्हें भंडारा और हनुमान पाठ करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था. मुहर्रम के 10 तारीख को मुस्लिम समुदाय ताजिया का जुलूस निकालता है, जो मंदिर के रास्ते होकर निकलता है. इस दौरान दोनों समुदायों के बीच टकराव की आशंका बनी रहती है. कुंडा के उप जिलाधिकारी ने इस दौरान पूरे क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू कर दिया है. सुरक्षा के मद्देनजर क्षेत्र में जगह-जगह पुलिस बलों की तैनाती की गई है.
प्रशासन ने कुंडा की सड़क पर लगे भगवा झंडे को उतारने का फरमान जारी कर दिया है. राजा उदय प्रताप के दर्जन भर करीबियों को जिला प्रशासन ने नोटिस भी थमा दिया है. प्रशासन ने कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए भारी तादाद में पुलिस को पूरे इलाके में तैनात कर दिया है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2017 में योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही निर्दलीय विधायक राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह के इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए प्रशासन अनुमति नहीं देता और उन्हें नजरबंद कर दिया जाता है. जबकि सपा और बसपा सरकार में उदय प्रताप सिंह के भंडारा करने के चलते मुस्लिम समुदाय ताजिया नहीं निकाल पाते थे.