ग्वालियर
जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी की आधार स्तम्भ रहीं राजमाता श्रीमती विजयाराजे सिंधिया को नमन करने पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने हमारे सामने राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। उनके बताए मार्ग पर चलकर आज हम अपने देश को वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न और समृद्ध राष्ट्र बना सकते हैं।
थीम रोड स्थित छत्री परिसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में राजमाता को नमन करने पहुंचे श्री चौहान ने इस मौके पर एक भजन भी गाया। ‘राम भजन सुखदायी, जपो रे मेरे भाई …’ भजन पर कांग्रेस के राष्टÑीय महासचिव एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन ने मुग्ध होकर तालियां बजाई। इस मौके पर शिवराज सिंह ने कहा कि राजमाता सिंधिया के व्यक्तित्व में देवत्व झलकता था और लोगों पर संकट के समय वह हमेशा सबसे पहले मदद के लिए पहुंचती थी। जनसंघ से लेकर भाजपा के भव्य महल की मूल शिल्पकार रहीं राजमाता ने राजपथ से जनपथ को स्वीकार कर अपने पसीने से संगठन को सींचते हुए लाखों कार्यकर्ताओं को पुत्रवत स्नेह देते हुए राष्ट्रसेवा के लिए खड़ा किया।
सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि राजमाता एक ऐसी नेता थीं जिन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्र के प्रति समर्पित किया, यह संघर्ष इतना आसान नहीं था। उन्होंने सिद्धांतों और आदर्शों को अपने व्यवहार से प्रतिपादित किया। राजमाता के मुताबिक सबसे पहले देश, फिर पार्टी और इसके बाद स्वयं की बारी आती है। राजमाता का कहना था कि यही राष्ट्र के प्रति समर्पण है और यही हमारा राष्ट्रवाद। इसी राष्ट्रवाद की आज देश को बहुत जरूरत है।
आज राजमाता की पुण्यतिथि के अवसर पर हम सब मिलकर उनके विचारों से प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित में अपना अपना योगदान दें। इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा, सतीश सिकरवार, महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती खुशबू गुप्ता, आशीष अग्रवाल आदि मौजूद रहे।