दुनिया में कई ऐसे आइलैंड (द्वीप) हैं, जो रहस्यों से भरे हुए हैं। एक ऐसा ही आइलैंड स्कॉटलैंड में भी है, जिसे आइनहैलो द्वीप के नाम से जाना जाता है। दिल के आकार का यह द्वीप है तो बेहद ही खूबसूरत, लेकिन सबसे हैरानी की बात ये है कि यहां साल में सिर्फ एक दिन ही लोगों को जाने की इजाजत मिलती है। बाकी के 364 दिन इस आइलैंड पर आना संभव ही नहीं है।
यह द्वीप इतना छोटा है कि इसे नक्शे में ढूंढ पाना भी बेहद ही मुश्किल है। इस द्वीप को लेकर कई रहस्यमयी कहानियां भी प्रचलित हैं। पौराणिक कथाओं के मुताबिक, आइनहैलो भूत-प्रेतों का द्वीप है।
किस्से-कहानियों के मुताबिक, इस आइलैंड पर बुरी आत्माओं का साया है। कोई भी व्यक्ति इस द्वीप की आने की अगर कोशिश करता है तो ये बुरी आत्माएं द्वीप को हवा में गायब कर देती हैं। कहा तो यह भी जाता है कि इस द्वीप पर जलपरियां रहती हैं, जो गर्मी के मौसम में ही पानी से बाहर निकलती हैं।
स्कॉटलैंड के हाईलैंड्स विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डेन ली के मुताबिक, इस आइलैंड पर हजारों साल पहले भी लोग रहा करते थे, लेकिन वर्ष 1851 में यहां प्लेग की बीमारी फैल गई, जिसकी वजह से यहां रहने वाले लोग यह द्वीप छोड़कर चले गए। अब यह द्वीप बिल्कुल वीरान पड़ा हुआ है। यहां कई पुरानी इमारतों के मलबे मिले हैं। पुरातत्वविदों के मुताबिक, खुदाई में यहां पाषाण काल की भी कई दीवारें मिली हैं।
यह द्वीप कब बना, इसकी जानकारी किसी के पास भी नहीं है। पुरातत्वविदों का कहना है कि यह शोध करने वाली जगह है। अगर इसपर शोध किया जाए तो इतिहास के कई ऐसे रहस्य खुल जाएंगे, जो लोगों को हैरान कर देंगे।
आइनहैलो द्वीप ओर्कने आइलैंड से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित है, जहां लोग रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद आइनहैलो द्वीप पर आना बिल्कुल भी आसान नहीं है। यहां तक कि नाव के जरिए भी यहां तक पहुंच पाना संभव नहीं है, क्योंकि यहां बहने वाली नदियों में इतने ज्यादा ज्वार भाटे आते हैं कि वो रास्ता ही रोक देते हैं।