ग्वालियर
शहर में चल रहे एंटी माफिया अभियान के तहत जिला प्रशासन बड़े निर्माणों को गिरा रहा है। इसके तहत अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने शहर के रसूखदार व्यक्ति राजू कुकरेजा का नवनिर्मित होटल गिरा दिया। होटल की लागत 5 करोड़ बताई जा रही है।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल में अफसरों की बैठक ली थी उसमें जब ग्वालियर के भू माफिया की चर्चा हुई तब राजकुमार (राजू) कुकरेजा का ना सामने आया था। तभी से जिला प्रशासन ने राजू कुकरेजा के अवैध निर्माणों पर कार्रवाई का मन बना लिया था। भाजपा के एक वरिष्ठ मंत्री से राजू कुकरेजा के नजदीकी सम्बन्ध हैं इसलिए राजू के खिलाफ प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर पाया लेकिन अब कांग्रेस सरकार आते ही राजू सहित करीब 76 भू माफिया जिला प्रशासन के निशाने पर हैं। बीती शाम प्रशासन का अमला सिटी सेंटर में 672 वर्ग मीटर में नवनिर्मित होटल "ला सफायर" पहुंचे। भारी पुलिस फ़ोर्स और 6 थ्री डी मशीन , 2 पोकलेन मशीन और 10 डम्पर के साथ कार्रवाई शुरू की जो देर रात तक जारी रही।
होटल बनकर तैयार था इसमें फिनिशिंग का काम चल रहा था। बताया जा रहा है कि 10 जून 2014 को टीएंडसीपी ने इसकी निर्माण स्वीकृति को निरस्त कर दिया था इसके बाद 1 सितम्बर 2019 को नगर निगम ने अपनी परमिशन निरस्त कर दी थी। इसे लेकर निर्माणकर्ता हाईकोर्ट भी गए थे लेकिन कोर्ट से उन्हें राहत नहीं मिल पाई थी। कोर्ट ने राजू कुकरेजा ,ललित नागपाल और होटल के अन्य पार्टनरों की याचिका ख़ारिज करते हुए कहा था कि रिकॉर्ड से स्पष्ट है कि जिस जमीन को लेकर विवाद है वो मेहरा सिरोल आवासीय योजना के अंतर्गत आती है इसलिए इसके निर्माण की अनुमति नियम विरुद्ध है।