लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा की 11 रिक्त सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में शनिवार की शाम छह बजे प्रचार थमने के साथ ही मतदान की तैयारी शुरू हो गयी। अंतिम दिन सभी प्रमुख प्रत्याशियों और उनसे संबंधित राजनीतिक दलों ने वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। कहीं प्रमुख नेताओं की जनसभा हुई तो कहीं चुनावी रैली निकाली गयी।
प्रचार थमने के साथ ही इन विधानसभा क्षेत्र में शनिवार शाम से ‘ड्राई-डे भी लागू कर दिया गया। इसके तहत विधानसभा क्षेत्र के आठ किमी के दायरे में स्थित अंग्रेजी और देसी शराब, बीयर तथा भांग की सभी सरकारी दुकानें दो दिन के लिए बंद कर दी गयी हैं। अब सभी दुकानें 21 अक्तबूर को मतदान सम्पन्न होने के बाद ही खुलेंगी।
मतदान 21 अक्तूबर को सुबह सात बजे से : इसके साथ ही चुनाव मशीनरी भी हरकत में आ गयी है। रविवार की सुबह से इन सभी 11 विस सीटों से संबंधित मतदान केन्द्रों पर पोलिंग पार्टियों और सुरक्षा बलों की रवनागी शुरू हो जाएगी। शाम तक मतदान कर्मी और सुरक्षा जवान अपने-अपने मतदान केन्द्र पर पहुंच कर मतदान केन्द्र की सभी मूलभूत सुविधाओं का जायजा लेकर रिपोर्ट अपने अफसरों को देंगे। 21 अक्तबूर को मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगा जो शाम 6 बजे तक चलेगा।
यहां हो रहे उपचुनाव :उपुचनाव कानपुर नगर की गोविन्दनगर, लखनऊ कैंट, गंगोह सहारनपुर, बलहा बहराइच, मानिकपुर चित्रकूट, प्रतापगढ़, इगलास अलीगढ़, जैदपुर बाराबंकी, जलालपुर अम्बेडकरनगर, रामपुर और मऊ जिले की घोसी सीट पर हो रहा है। 2017 के विस चुनाव में इनमें से आठ सीटों पर भाजपा के विधायक जीते थे। प्रतापगढ़ की सीट भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) के कब्जे में गयी थी, जबकि रामपुर सपा और जलालपुर अम्बेडकरनगर की सीट बसपा ने जीती थी। इनमें से 10 विधानसभा सीटों से जीते विधायक इस साल लोकसभा चुनाव लड़ कर सांसद बन गए। फिर उन्होंने अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, मऊ की घोसी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक चुने जाने के बाद फागू चौहान ने बिहार का राज्यपाल बनने के बाद इस्तीफा दिया था।