3 और 4 अक्टूबर को दो दिवसीय सोशल एंड फिजिकल डिस्टेंस को नजर में रखते हुए दिया प्रशिक्षण
भोपाल. भारत देश वर्ष 1947 में आजाद हुआ था और उसके बाद हमारे देश का संविधान 26 नवंबर 1949 बना था। मगर, ऐसे कितने भारतीय हैं, जिन्होंने हमारे देश के संविधान को पढ़ा है और उस पर अमल किया है। इसी प्रक्रिया को युवाओं के बीच लाने के लिए डिबेट संस्था और मंथन फाउंडेशन ने कुछ युवाओं को 3 और 4 अक्टूबर को दो दिवसीय सोशल एंड फिजिकल डिस्टेंस को नजर में रखते हुए प्रशिक्षण दिया।
इन दो दिवसीय प्रशिक्षण में भारत का इतिहास बताते हुए कैसे यह संविधान लिखा गया और लागू किया गया, उसके बारे में बातचीत की गई। इसमें समझने की कोशिश की गई की हमारा भारत देश चलता कैसे है, किसे कहते हैं, सरकार कैसे काम करती है और कैसे यह जमीनी स्तर तक लागू होता है। हमारे संविधान में नगर निगम का भी जिक्रहै एवं उनके कार्य भी निश्चित हैं।
इसी अध्याय में मोहल्ला समिति का भी जिक्र किया गया है, जो कि वार्ड स्तर पर बननी चाहिए, ताकि मोहल्ला में रहने वाले सभी नागरिक अपनी बात मोहल्ला समिति के सामने रख सकें और पार्षद एवं नगर निगम सभी दिक्कतों का निराकरण करें।
डिबेट के समन्वयक लीना सिंह एवं अमिताभ सिंह ने कहा कि, यदि हमें अपने मोहल्ले की दिक्कतों को हटाना है, तो हमें मोहल्ला समिति बनानी चाहिए, ताकि हम पार्षद एवं नगर निगम के साथ मिलकर अपने मोहल्ले को साफ एवं सुरक्षित बना पाएं।
मंथन फाउंडेशन के फाउंडर गौरव म्हसे का कहना है कि यदि सभी मोहल्ले अपने आसपास साफ-सफाई एवं सुरक्षा का संकल्प उठा लें तो हमारा भोपाल, हमारा प्रदेश और हमारा भारत साफ एवं सुरक्षित रहेगा। इसी कार्य को लेकर मंथन फाउंडेशन नगर निगम के साथ मिलकर भोपाल की मोहल्ला समिति की बैठक करेंगे। इसमें सभी नागरिकों की समस्या का समाधान करने की कोशिश होगी।