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मोदी के ऑफर के 24 घंटे में चीन को भेजी मदद

पेइचिंग
भारत ने करॉना वायरस से मुकाबला करने के लिए चीन भेजी जाने वाली चिकित्सा सामग्री की कुछ खेपों को मंजूरी दे दी है। इसके लिए भारत सरकार ने सभी तरह के व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के निर्यात पर लगी रोक में ढील दी है। यह जानकारी चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने दी। बता दें कि यह फैसला पीएम मोदी द्वारा चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को लिखे पत्र के बाद लिया गया है जिसमें उन्होंने करॉना वायरस से मुकाबला करने में एकजुटता प्रकट करते हुए सहयोग की पेशकश की थी।

प्रतिबंधों को दरकिनार कर चिकित्सा सामग्री के निर्यात को मंजूरी
चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने बताया कि भारत ने 31 जनवरी को हवा के जरिए फैलने वाले संक्रमण से बचने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कपड़े और मास्क सहित व्यक्तिगत सुरक्षा के सभी उपकरणों के निर्यात पर रोक लगा दी थी। उन्होंने कहा, हालांकि, संक्रमण से बचाव में इस्तेमाल होने वाले कपड़े और व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए इस्तेमाल आने वाले कुछ उपकरणों जैसे मास्क आदि के प्रतिबंध को दरकिनार कर चीन भेजने को मंजूरी दी गई है। मिस्री ने बताया कि भारतीय दूतावास जरूरी मदद देने के लिए चीनी प्रशासन के संपर्क में है।

आपात स्थिति से निपटने की तैयारी के तहत चिकित्सा उपकरणों के निर्यात पर लगी थी रोक उन्होंने बताया कि करॉना वायरस के संक्रमण का मुकाबला करने के लिए चीन ने बड़े पैमाने पर कुछ चिकित्सा उपकरणों का आयात करने के ऑर्डर दिए हैं लेकिन भारत ने देश में किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी के तहत कुछ चिकित्सा उपकरणों के निर्यात पर रोक लगा दी है। मिस्री ने बताया कि अधिकारियों की विशेष निगरानी समिति दैनिक आधार पर बैठक कर उन चिकित्सा उपकरणों के निर्यात पर लगी रोक की समीक्षा कर रही है जिसकी मांग करॉना वायरस के मद्देनजर कई देशों में है।

हुबेई से भारतीयों को निकालने के दौरान की गई उपकरणों की आपूर्ति
उल्लेखनीय है कि चीन में करॉना वायरस की महामारी फैलने के बाद वुहान शहर और हुबेई प्रांत में तैनात चिकित्सा कर्मियों ने सुरक्षा कर्मियों और अस्पतालों में तैनात कर्मियों आदि के लिए बड़े पैमानें पर दस्ताने, सुरक्षा उपकरण की जरूरत बताई है। इस तरह के चिकित्सा उपकरणों का निर्यात जापान, अमेरिका और यूरोपीय संघ के देशों द्वारा किया जा रहा है। मिस्री ने बताया कि भारत ने हुबेई प्रांत के वुहान शहर से 647 भारतीयों को निकालने के लिए भेजे एयर इंडिया के विमान में ऐसे उपकरणों के कई बक्सों की आपूर्ति की।

पीएम मोदी ने पत्र लिखकर की थी मदद की पेशकश
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को पत्र लिखकर करॉना वायरस से निपटने में भारत की तरफ से मदद की पेशकश की है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लेटर में पीएम मोदी ने करॉना वायरस को लेकर चिनफिंग और चीन के लोगों के प्रति एकजुटता का इजहर किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने खत में चीन के हुबेई प्रांत में फंसे 650 भारतीयों को एयरलिफ्ट करने में मदद के लिए चिनफिंग की तारीफ भी की है।

करॉना वायरस से चीन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 908 हुई
इस बीच चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि करॉना वायरस से 97 और लोगों की मौत के साथ इस महामारी की वजह से मरने वालों की संख्या 908 पहुंच गई है जबकि करीब 40,000 लोगों के वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। वहीं करॉना वायरस की महामारी से मुकाबला करने में चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नेतृत्व में विशेषज्ञों का दल भी सोमवार को चीन पहुंचा है।

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