नई दिल्ली
दो बार के ओलिपिक पदक विजेता भारतीय पहलवान सुशील कुमार कई बार विवादों में घिरे रहते हैं। लेकिन उनका कहना है कि उन्होंने हमेशा लोगों के साथ अच्छा व्यवहार किया है, फिर भी पता नहीं क्यों लोग उनकी आलोचना करते हैं। रियो ओलिंपिक-2016 से पहले ही नरसिंह यादव के साथ हुए विवाद और फिर राष्ट्रीय चयन ट्रायल्स में हुए विवाद के कारण भी सुशील की छवि नकारात्मक हुई थी। हाल में विश्व चैंपियनशिप के लिए केडी जाधव कुश्ती स्टेडियम में जितेन्दर के खिलाफ हुए उनका ट्रायल्स भी विवादों में रहा था। हालांकि वह ट्रायल्स में सफल रहे।
36 वर्षीय अनुभवी पहलवान ने अब इन सब दावों और आलोचनाओं को बकवास बताया है। सुशील ने एक अंग्रेजी समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘मैं बेहद सकारात्मक व्यक्ति हूं। मैंने हमेशा लोगों के साथ अच्छा किया है। पता नहीं लोग मेरी क्यों आलोचना करते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने खुद से सिर्फ इतना ही कहा है कि अगर वे ऐसा सोचते हैं तो इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता। लेकिन मैंने कभी किसी के बारे में कुछ बुरा नहीं कहा है और ना ही मैं कभी कहूंगा। अगर आप ऐसी छोटी चीजों के साथ प्रसिद्ध होना चाहते हैं तो यह गलत है।’’ सुशील ने साथ ही अपने मौजूदा कोच रुस के मालिकोव कमाल की भी तारीफ की। सुशील ने कहा, ‘उन्होंने मेरी कुश्ती के उन सभी पहलुओं के साथ किया है, जिसकी मुझे जरूरत है। अगर मुझे ऐसे ही कोच पहले मिला होता तो मेरे परिणा अच्छा होता।’ उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा एक छात्र रहूंगा।
कुश्ती प्रत्येक दिन बदल रही है। पहले दो मिनट का राउंड होता था, अब तीन मिनट का होता है। आपको आक्रमण, डिफेंस और सबकुछ में अच्छा होना होगा।’ पेइचिंग और लंदन ओलिंपिक में पदक जीतने वाले सुशील ने पिछले कुछ बडे़ टूर्नमेंटों में भाग नहीं लिया है। उन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में हिस्सा लिया था, जहां उन्हें पहले ही राउंड में हार का सामना करना पड़ा था। सुशील ने कहा, ‘मैं कभी इस सोच के साथ टूर्नमेंट में नहीं जाता कि मुझे वहां गोल्ड मेडल ही जीतना है। मेरी सोच यह रहती है कि जितना भी मैंने अभ्यास किया है, उसमें मैं अपना शतप्रतिशत दूं। तभी आप खुले दिमाग से लड़ सकते हैं।’