लखनऊ
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस खुलकर पार्टी के सांसद आजम खान का समर्थन किया। आजम खान पर एक के बाद एक ताबड़तोड़ दर्ज हुए 78 मुकदमों पर उन्होंने सवाल उठाया। मुलायम ने कहा कि जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन का मामला उछालकर आजम को फंसाने की कोशिश की जा रही है। आजम ने जौहर यूनिवर्सिटी चंदे के पैसे से खरीदी है। मुलायम सिंह ने आगे कहा कि आजम ने यूनिवर्सिटी निर्माण में सैकङों बीघा जमीन खरीदीं लेकिन यूपी सरकार ने मात्र दो बीघा जमीन के लिए उन पर 27 मुकदमे कर दिए गए। उन्होंने कहा कि कुछ बीजेपी के नेता जिनका नाम नही ले सकते उनका भी कहना है आज़म खान पर गलत हो रहा है। इससे बीजेपी का नुकसान होगा।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता इस मामले पर संघर्ष करें। अगर सरकार नहीं चेती तो बहुत जल्द आजम खां पर हो रहे अत्याचार को लेकर आंदोलन किया जाएगा। उन्होनें कहा कि आजम पर गलत तरीके से केस दर्ज किए गए। उनके ऊपर जमीन हड़पने के बेबुनियाद आरोप लगाए गए। आजम ने गरीबों की लड़ाई लड़ी। हम इस कार्रवाई के खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन चलाया जायेगा। मुलायम सिंह ने पत्रकारों से कहा कि आजम खान पर हो रहे थे अत्याचारों की लड़ाई के खिलाफ पत्रकारों को लिखना चाहिए। आजम खान पर जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़े और कई अन्य मामलो में प्रशासन की ओर से 70 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। इस संबंध में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की भी सहमति है। मुलायम व आजम खां की दोस्ती तीन दशक से ज्यादा पुरानी है। बीच में आजम खान जरूर कुछ समय के लिए सपा से अलग हो गए थे लेकिन वह किसी दल में नहीं गए थे।
आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा भी राज्यसभा सांसद हैं। सूत्रों ने बताया कि वह रविवार को लखनऊ आई थीं और उन्होंने एसपी संरक्षक से मुलाकात की थी। उन्होंने मुलायम सिंह से अपनी बात रखी थी और अपने पति को बचाने की गुहार लगाई थी। हालांकि वह अखिलेश यादव से भी मिली थीं, लेकिन अखिलेश ने उन्हें खास राहत नहीं दी।