भोपाल
माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (Makhanlal Chaturvedi Journalism University) में दो फैकल्टी के सोशल मीडिया (Social Media) पर पोस्ट करने से नाराज छात्रों का प्रदर्शन पुलिस ने खत्म करा दिया है. पुलिस ने भीड़ को हटाकर छात्रों को समझा दिया है. इतना ही नहीं पुलिस ने सात छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है. मौके पर एहतियात के लिए पुलिस फोर्स (Police Force) तैनात हैं. छात्रों का आरोप था कि यूनिवर्सिटी के दो फैकल्टी प्रोफेसर दिलीप मंडल (Dilip Mandal) और मुकेश कुमार सोशल मीडिया पर जाति विशेष के नाम पर लगातार पोस्ट कर रहे हैं और हैशटैग चला रखा है. जबकि छात्रों की मांग है कि दोनों शिक्षकों को बाहर किया जाए. इसको लेकर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने गुरुवार को भी धरना दिया था. शुक्रवार को भी कुलपति के कार्यालय के बाहर छात्र धरने पर बैठे थे. जब वह प्रशासन के समझाने पर भी नहीं माने तो पुलिस को सूचना दी गई.
यूनिवर्सिटी के छात्रों का आरोप है कि प्रशासन के निर्देश पर आई पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे छात्रों को घसीटकर पांचवीं मंजिल से तीसरी मंजिल पर उतारा. पुलिस के आने को लेकर कुछ देर तक यूनिवर्सिटी में हंगामे की स्थिति रही. हंगामे के दौरान 3 छात्र बेहोश हो गए, जिन्हें एंबुलेंस से अस्पताल ले जाना पड़ा था. उधर, कुछ छात्र कुलपति की गाड़ी के आगे मांगें पूरी करने को लेकर अड़े रहे और जमकर नारेबाजी की.
एमसीयू विवाद पर एडिशनल एसपी संजय साहू का कहना है कि छात्रों की मांग पर जांच कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें छात्र भी शामिल हैं. ये कमेटी 15 दिन के अंदर रिपोर्ट बनाएगी. छात्र और प्रशासन के बीच अभी भी चर्चा का दौर जारी है. जबकि एमसीयू विवाद पर रजिस्ट्रार दीपेंद्र बघेल का कहना है कि छात्रों की मांग पर बनी कमेटी तथ्यों के आधार पर जांच करेगी. छात्रों ने जिन दो शिक्षकों पर आरोप लगाया है, उनकी एंट्री फिलहाल बंद है. जांच के बाद ही उन्हें आने दिया जाएगा.