वॉशिंगटन
माइक्रोसॉफ्ट ने घोषणा की है कि बिल गेट्स ने कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी का कहना है कि वह अपना ज्यादा समय लोगों की भलाई के काम में देना चाहते हैं। माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से बताया गया कि गेट्स वैश्विक स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए ज्यादा काम करना चाहते हैं और इसीलिए वह इस जिम्मेदारी से मुक्त हो रहे हैं। हालांकि वह माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला के साथ तकनीकी सलाहकार के रूप में काम करते रहेंगे।
माइक्रोसॉफ्ट ने बताया कि कंपनी के सह-संस्थापक और तकनीकी सलाहकार बिल गेट्स अब ज्यादा समय शिक्षा, स्वास्थ्य और वैश्विक विकास को देना चाहते हैं। वह जलवायु परिवर्तन पर भी काम करना चाहते हैं इसलिए कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दे रहे हैं। गेट्स ने 1975 में पॉल अलेन के साथ मिलकर यह कंपनी बनाई थी और वह साल 2000 तक इसके सीईओ थे।
गेट्स के इस्तीफे के बाद कंपन के बोर्ड में 12 सदस्य बचे हैं। इसमें माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला भी शामिल हैं। नडेला ने कहा कि बिल गेट्स के साथ काम करना गौरव की बात है। गेट्स ने इस कंपनी की स्थापना सॉफ्टवेयर के जरिए लोगों की परेशानियों को दूर करने के उद्देश्य से की थी। उन्होंने ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट उनके लक्ष्य को पूरा करने की तरफ काम करता रहेगा।
नडेला ने कहा, 'बोर्ड को गेट्स का मार्गदर्शन मिला। गेट्स की सलाह का फायदा आगे भी कंपनी उठाती रहेगी और उनकी तकनीकी सलाह भी मिलती रहेगी। मैं बिल की मित्रता के लिए आभारी हूं और आगे भी लोगों की भलाई के लिए उनके साथ काम करना चाहूंगा।'