पटना
महिला पार्षद के साथ बदसलूकी के आरोपित मेयर पुत्र शिशिर कुमार ने कहा कि उन्होंने आंख नहीं मारी है। जब वह पिछले एक साल से महिला पार्षद से बात ही नहीं करते तो उनकी तरफ देखने का सवाल ही नहीं उठता।
बुधवार को महिला आयोग पहुंचे मेयर पुत्र ने कहा कि पूर्व नियोजित साजिश के तहत बदसलूकी का आरोप लगाया गया है। यह पूरी तरह बेबुनियाद व झूठ है। बैठक में वह आमने-सामने नहीं थे तो मैंने आंख कैसे मारी। वहीं, महिला पार्षद ने कहा कि कोई आंख मारेगा तो दूसरा आदमी कैसे देखेगा। यहां मामला बदसलूकी का है तो नगर निगम में गड़बड़ियों की बात बोलकर मामले को भटकाने की कोशिश क्यों हो रही है। महिला आयोग ने दोनों से साक्ष्य लेकर 13 सितम्बर को उपस्थित होने का आदेश दिया है।
बैठकों में अन्य सदस्यों की तरह वह दर्शक दीर्घा में शामिल होते थे: नगर निगम की बैठकों में शामिल होने के सवाल पर मेयर पुत्र ने कहा कि बैठकों में पार्षद पति, उनके परिवार के लोग और मीडिया मैन भी मौजूद रहते हैं। वह बतौर दर्शक दीर्घा में बैठते थे।