मुंबई
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लिए तय डेडलाइन जैसे-जैसे करीब आ रही है, सियासी हलचल तेज होती जा रही है। राष्ट्रपति शासन से बचने के लिए बीजेपी ने आखिरी बचे कुछ घंटों में अंतिम प्रयास शुरू कर दिया है। संकटमोचक माने जाने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मुंबई पहुंच गए हैं। उधर, शिवसेना और कांग्रेस बैठकों के जरिए मंथन में जुटी हैं। विधायकों को टूटने से बचाने के लिए शिवसेना ने कल ही अपने विधायकों को होटल में शिफ्ट कर दिया था। अब खबर है कि कांग्रेस पार्टी आज सभी 44 विधायकों को जयपुर भेज रही है।
कांग्रेस जयपुर भेज रही अपने विधायक?
टीवी रिपोर्टों की मानें तो कांग्रेस पार्टी भी अपने विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए जयपुर भेज रही है। दरअसल, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और पार्टी को लग रहा है कि वहां विधायकों के होने से टूट का खतरा नहीं रहेगा। शिवसेना और कांग्रेस दोनों पार्टियों को डर है कि उनके विधायक पाला बदलकर बीजेपी में जा सकते हैं। इससे बचने के लिए दोनों पार्टियों ने रणनीति के तहत विधायकों को सेफ कर दिया है।
खरीद-फरोख्त के आरोप पर भड़की बीजेपी
इस बीच, बीजेपी के नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कांग्रेस और NCP पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, 'बीजेपी के खिलाफ दोनों दलों ने हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए हैं। उन्हें 48 घंटे के भीतर इस आरोप को साबित करना चाहिए या महाराष्ट्र की जनता से माफी मांगनी चाहिए।' शिवसेना नेता संजय राउत और एनसीपी के नवाब मलिक ने राष्ट्रपति शासन की आशंका जताते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है।
गडकरी बोले- मध्यस्थता के लिए तैयार
शिवसेना नई सरकार के गठन के लिए सीएम पद पर अड़ी है। शिवसेना के विधायक मातोश्री के करीब एक होटल में रुके हुए हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस के बीच बातचीत नहीं हो पाई है। इस बीच केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र की राजनीति के माहिर खिलाड़ी नितिन गडकरी ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो वह बीजेपी और शिवसेना के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार हैं। हालांकि गडकरी ने यह भी साफ किया है कि शिवसेना के साथ मुख्यमंत्री पद पर कोई बात नहीं हुई थी। गडकरी ने कहा कि ढाई-ढाई साल सीएम पद का कोई वादा नहीं हुआ था और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में राज्य में बीजेपी की सरकार बनेगी।
बीजेपी नेताओं के साथ गडकरी की बैठक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नितिन गडकरी ने मुंबई में बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की है। इस बैठक में ताजा राजनीतिक हालात और सरकार गठन की संभावनाओं पर चर्चा हुई है। उधर, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवसेना भवन में पार्टी के प्रमुख सांसद और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे।
कांग्रेस करेगी विधायकों के साथ बैठक
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच कांग्रेस ने आज अपने नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई है। यह बैठक ऐसे समय बुलाई गई जब इन विधायकों को जयपुर ले जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट और अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि सभी 44 कांग्रेस विधायक बैठक में भाग लेंगे जिसमें महाराष्ट्र की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा होगी। सूत्रों ने कहा कि पार्टी अपने विधायकों के दलबदल की आशंका के कारण सावधानी बरत रही है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस विधायकों को जयपुर ले जाया जा सकता है। शिवसेना के विधायकों को गुरुवार को ही बांद्रा के रंगशारदा होटल में शिफ्ट कर दिया गया था।
कल खत्म हो रहा विधानसभा का कार्यकाल
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो रहा है। लेकिन बीजेपी और शिवसेना के पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीटें होने के बावजूद सत्ता-बंटवारे को लेकर आपस में ठनी हुई है। बीजेपी के पास सबसे अधिक 105 सीटें हैं। बीजेपी नेताओं ने गुरुवार को राज्यपाल बी एस कोश्यारी से मुलाकात की लेकिन सरकार बनाने का कोई दावा नहीं किया। फिलहाल स्थिति साफ नहीं है कि आखिर महाराष्ट्र में सरकार किसकी और कैसे बनेगी।