मुंबई
महाराष्ट्र सरकार ने सूबे में सरकारी कर्मचारियों को बड़ी राहत देने का फैसला करते हुए बुधवार को अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए से पांच दिवसीय कार्य सप्ताह की घोषणा की। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला किया गया।
महाराष्ट्र में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को अब सप्ताह में दो दिन छुट्टी की सुविधा मिलेगी। आने वाली 29 फरवरी से महाराष्ट्र में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। आपको बता दें कि केंद्र सरकार के कई विभागों में सप्ताह में पांच दिन के काम की व्यवस्था है। कई प्राइवेट कंपनियों में भी फाइव डे वर्किंग का नियम है। महाराष्ट्र में अभी तक हर महीने दूसरे और चौथे शनिवार को सरकारी दफ्तरों में छुट्टी रहती थी। लेकिन 29 फरवरी के बाद से हर शनिवार और रविवार को छुट्टी रहेगी।
सरकार ने दिया यह तर्क
महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने सप्ताह में पांच दिन काम करने और बाकी दो दिन छुट्टी की व्यवस्था को लागू करने का फैसला तो कर लिया है, लेकिन साथ ही में काम वाले पांच दिनों के वर्किंग आवर्स को भी बढ़ा दिया है। सरकारी कर्मचारियों को अब हर रोज 45 मिनट ज्यादा काम करना होगा। सरकार का तर्क है कि पांच दिन काम करने से ऑफिस में अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों की संख्या में कमी आएगी और लोग कम छुट्टियां लेंगे। इसके अलावा सरकार का मानना है कि इससे कर्मचारियों की कार्यक्षमता बढ़ेगी और वे ज्यादा समय अपने परिवार और निजी कामों को दे सकेंगे।
गौरतलब है कि राज्य में सरकारी, अर्द्धसरकारी और स्थानीय निकायों में 20 लाख से अधिक अधिकारी एवं कर्मचारी हैं। मंत्रिमंडल ने यह भी फैसला किया कि ओबीसी, एसईबीसी (सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से पिछड़ा वर्ग), वीजेएनटी (विमुक्त जाति एवं घुमंतू आदिवासियों) एवं विशेष पिछड़ा वर्ग के लिए राज्य के विभाग अब ‘बहुजन कल्याण विभाग’ के नाम से जाने जाएंगे।