120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं के साथ हुई भारी बारिश
मुंबई. 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं के साथ बुधवार दोपहर महाराष्ट्र के तट पर पहुंचा भीषण चक्रवात निसर्ग अब कमजोर पडऩे लगा है। तूफान निसर्ग दोपहर करीब एक बजे महाराष्ट्र तट से टकराया और अगले तीन घंटे तक लैंडफॉल प्रक्रिया चली। इसी के साथ रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, अलीबाग सहित कई इलाकों में तेज बारिश और हवाओं का दौर शुरू हो गया।
मुंबई-पुणे में तूफान के कारण कई पेड़ गिर गए वहीं अलीबाग में भी तूफान ने कहर मचाया। राज्य में एनडीआरएफ की 21 टीमें तैनात हैं और करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है। इसके अलावा कोस्ट गार्ड की टीमों को भी प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। हालांकि गुजरात में किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। यहां 67 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था।
उत्तर-पूर्व महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है चक्रवात
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात अब उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है। महाराष्ट्र में नासिक, धुले और नंदुरबार में इस तूफान के प्रभाव की आशंका है। अधिकारी ने कहा, ‘पुणे जिले का उत्तर-पश्चिम हिस्सा भी तूफान की वजह से प्रभावित होगा। पुणे में बारिश देखने को मिलेगी, जबकि घाट क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है।
उन्होंने कहा कि घाट क्षेत्रों में जलभराव, भूस्खलन और पेड़ गिरने की भी संभावना है। तूफान का असर पुणे में रात 8.30 बजे तक रहने की संभावना है और रात 11.30 बजे तक यह थम जाएगा। पुणे जिले के कई हिस्सों से पेड़ गिरने, बिजली के खंभे उखडऩे और टिन शेड उडऩे की घटनाएं सामने आईं।
निसर्ग अगले तीन घंटे में और कमजोर पड़ जाएगा
आईएमडी के की माने तो चक्रवाती तूफान निसर्ग अगले तीन घंटे में और कमजोर पड़ जाएगा। अगले छह घंटे में यह कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा। फिलहाल यह पुणे के ऊपर है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 18 टीमों और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की छह टीमों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है।
गुजरात में कोई अप्रिय घटना नहीं
गुजरात में अरब सागर के पास स्थित वलसाड और नवसारी जिलों में हवा की गति सामान्य रही। अभी तक किसी अप्रिय घटना या किसी मनुष्य को चोट लगने की सूचना नहीं है। वलसाड और नवसारी में सुबह से क्रमश: दो मिलीमीटर और सात मिलीमीटर वर्षा हुई है। स्थिति नियंत्रण में है। एहतियाती कदम के तौर पर अभी तक आठ जिलों में तट के पास रहने वाले 63,700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
पुणे में कई जगह गिरे पेड़, जलजमाव भी हुआ
अधिकारियों ने बताया कि पुणे के निचले इलाकों में भारी बारिश से पानी जमा हो गया है। तेज हवाओं के कारण कई जगहों पर पेड़ भी गिरे हैं। निसर्ग ने मुंबई, पुणे, अलीबाग सहित कई जगहों पर नुकसान पहुंचाया है। हवा इतनी तेज थी कि एक पेड़ कार के ऊपर ही गिर गया।
सीएम ने दिए तैयार रहने के निर्देश
सीएम उद्धव ठाकरे ने प्रशासन को निर्देश दिया है कि मुंबई और ठाणे से तूफान के गुजर जाने के साथ ही राहत व बचाव कार्य में तुरंत जुट जाएं। बता दें कि अगले कुछ घंटों में तूफान निसर्ग मुंबई और ठाणे से उत्तर दिशा की तरफ बढ़ जाएगा।
रायगढ़ में 62 गांवों में अतिरिक्त सावधानी
रायगढ़ की जिला अधिकारी निधि चौधरी ने कहा कि अब तक 13,541 लोगों को दूसरी जगह पहुंचाया गया है। हमने 62 गांवों की पहचान की है और यहां अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है।
मुंबई में पूरी तैयारी
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने गिरगांव तट का दौरा किया। इसके बाद वह वर्सोवा पहुंचीं। उन्होंने कहा, हमारी अग्निशमन सेवा, जीवनरक्षक कर्मी और दूसरे राहत व बचाव दल तैयार हैं। लोगों को दूसरी जगह पहुंचा दिया गया है।
40 हजार लोगों को दूसरी जगह ले जाया गया
मुंबई में समुद्र तटों के पास रहने वाले करीब 40 हजार लोगों को दूसरी जगह ले जाया गया है। बीएमसी ने तूफान के मद्देनजर पूरी तैयारियां की हैं और बचाव दलों को कई जगहों पर तैनात किया गया है।
मुंबई एयरपोर्ट पर शाम 7 बजे तक उड़ानों पर रोक
शाम सात बजे तक मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से कोई उड़ान संचालित नहीं की जाएगी। एयरपोर्ट पर फेड एक्स विमान 5033 फिसल गया जो बंगलूरु से यहां पहुंचा था। इस विमान को खींंचकर रनवे से ले जाया गया। किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है।
तूफान की गति 90-100 किमी. प्रति घंटा
आईएमडी ने कहा, चक्रवात निसर्ग के बादल का पिछला हिस्सा समुद्र के ऊपर है और लैंडफॉल प्रक्रिया अगले एक घंटे में पूरी हो जाएगी। अभी इस तूफान की रफ्तार 90-100 किमी. प्रति घंटा है। यह उत्तरपूर्व की तरफ बढ़ेगा और अगले छह घंटे में कमजोर पड़ जाएगा।
मुंबई में छह चौपाटियों में 93 गार्ड तैनात
बीएमसी ने बताया कि दमकलकर्मी अलर्ट पर हैं और मुंंबई में छह चौपाटियों में 93 गार्ड तैनात हैं। मुंबई में विभिन्न स्थानों पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के आठ दलों और नौसेना के पांच दलों को तैनात किया गया है। बीएमसी ने किसी आपात स्थिति में लोगों से मदद के लिए 1916 हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने की भी अपील की।
शहर में सड़कों पर लगे 5,000 सीसीटीवी कैमरों की मदद से आपदा नियंत्रण कक्ष से स्थिति पर नजर रखी जा रही है। बीएमसी ने बताया कि जलभराव से बचने के लिए शहर में छह पम्पिंग स्टेशनों पर 300 से अधिक पम्प लगाए गए हैं और पर्याप्त कर्मियों को तैनात किया गया है। जर्जर हालत वाली इमारतों का निरीक्षण किया गया और उनमें रह रहे लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। बीएमसी ने बताया कि पेड़ की टहनियों को काटने और तेज हवा चलने से गिरने वाले पेड़ों को हटाने के लिए नगर निकाय के 96 दलों को तैनात किया गया है।
क्या करें और क्या न करें की सूची
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चक्रवाती तूफान ‘निसर्गÓ के मद्देनजर क्या करें और क्या न करें की सूची बुधवार को जारी की। इस चक्रवात ने रायगढ़ के अलीबाग शहर में दस्तक दी है और इसका असर मुंबई, पालघर और ठाणे समेत अन्य तटीय जिलों पर भी पड़ेगा।
ट्विटर पर एक ग्राफिक साझा करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने लोगों से अनुरोध किया कि वे टीवी और रेडियो पर आधिकारिक दिशा निर्देशों पर ध्यान दें और अफवाहों पर ध्यान न दें या उन्हें न फैलाएं।
ठाकरे ने कहा कि लोग अपने घरों के बाहर रखी ढीली चीजों को बांधें और बैटरी से चलने वाले उपकरणों का नियमित तौर पर निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति मिट्टी से बने घर या झोपड़ी में नहीं रह रहा है, तो उसे अपने घर का एक कोना चुनना चाहिए, जहां आपात स्थिति में शरण ली जा सके और इसका अभ्यास करना चाहिए कि चक्रवात के दौरान परिवार के सभी सदस्य इस स्थान का इस्तेमाल कैसे करेंगे।