भोपाल
मध्य प्रदेश में फिर से 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर कराई जाएंगी. स्कूल शिक्षा विभाग ने ये फैसला बच्चों की बेहतरी को मद्देनज़र लिया है. विभाग ये बदलाव करीब 10 साल बाद करने जा रहा है. पहले 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर होती थी. जिससे बच्चे पढ़ाई को लेकर गंभीर थे.
बोर्ड परीक्षा बंद होने के बाद से वहां 5वीं और 8वीं क्लास में बच्चों को फेल नहीं किया जाता है. इस बदलाव के बाद से बच्चों और शिक्षकों ने भी इसे गंभीरता से लेना बंद कर दिया. जिस वजह से रिजल्ट लगातार गिरा. दोबारा 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर आयोजित करने की घोषणा स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में की.
2009 में 5वीं और 8वीं की कक्षाओं को बोर्ड से अलग कर दिया था. विभाग ने ये फैसला बच्चों पर परीक्षा के बढ़ते दबाव के मद्देनज़र लिया था. उस फैसले के बाद से फेल होने वाले बच्चों को औसत अंक देकर पास कर दिया जाता था.
परीक्षा पैटर्न में बदलाव की जानकारी स्कूल अभिभावकों को दे रहे हैं.