मकर संक्रांति का त्योहार भारत ही नहीं बल्कि नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका में भी सेलिब्रिट किया जाता है। इस त्योहार की खासियत ये है कि ये हमारे देश का इकलौता ऐसा त्योहार है जिसे वैसे तो देश के हर एक राज्य में धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन अलग-अलग नाम से। संक्रांति को पंजाब में लोहड़ी, असम में भोगली बिहू, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडू में पोंगल और गुजरात में उत्तरायन के नाम से जाना जाता है। अब नाम अलग है तो जाहिर सी बात है इस दिन बनने वाली स्पेशल डिश भी अलग होगी। तो हम आपको बता रहे हैं कि आखिर देश के 15 अलग-अलग राज्यों में संक्रांति के दिन क्या खास बनता है…
गजक, मध्य प्रदेश
सबसे पहले शुरुआत तिल से बनने वाले गजक की जिसकी शुरुआत मध्य प्रदेश के मोरेना से हुई है। संक्रांति के मौके पर वैसे तो गजक उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में बनाई और खायी जाती है। लेकिन मध्य प्रदेश की गजक की बात ही अलग है। इसे तिल को भूनकर और उसमें घी, चीनी या गुड़, पानी और ड्राई फ्रूट्स डालकर तैयार किया जाता है।
दही चूड़ा, बिहार
अब बात बिहार की स्पेशिऐलिटी दही-चूड़ा की। बिहार-झारखंड के लोग संक्रांति के दिन दही-चूड़ा जरूर खाते हैं। देश के कई हिस्सों में चूड़ा को चिवड़ा या पोहा भी कहा जाता है। इसे दही, चीनी या गुड़ के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है।
खिचड़ी, यूपी और बाकी भारत
वैसे तो मकर संक्रांति के दिन चावल और उड़द दाल से बनने वाली खिचड़ी, देश के कई हिस्सों में बनाई जाती है लेकिन खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में इसे खास तौर पर बनाया जाता है क्योंकि इन राज्यों में संक्रांति के त्योहार को खिचड़ी पर्व भी कहा जाता है। कई जगहों पर तो खिचड़ी में दाल-चावल के साथ-साथ मौसमी सब्जियां जैसे गोभी और हरी मटर भी डाली जाती है।
अप्पालू, आंध्र प्रदेश- तेलंगाना
ये एक साउथ इंडियन डिश है जिसे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में संक्रांति के दिन बनाया जाता है। यह एक मीठी डेजर्ट रेसिपी है जिसे गेंहू का आटा, चावल का आटा और गुड़ मिलाकर गूंद लिया जाता है और फिर इसे तेल में फ्राई कर क्रिस्पी स्वीट डिश बनायी जाती है। इसे भगवान को भोग लगाकर ही इसका सेवन किया जाता है।
तिलवा, बिहार-झारखंड
तिलवा या तिल के लड्डू भी बिहार-झारखंड की खासियत है। गजक की तरह इसे भी भूने हुए सफेद या काले तिल और गुड़ के मिश्रण का साथ मिक्स करके तैयार किया जाता है। फिर इसे लड्डू के आकार में गोल बनाया जाता है।
उन्धीयू, गुजरात
यह डिश गुजरात की खासियत है और सर्दियों के मौसम में जरूर बनायी जाती है। इसे मकर संक्रांति के पावन मौके पर खासतौर पर बनाया जाता है। उन्धीयू में मौसमी सब्जियां जैसे सुदती पापड़ी, याम, बैंग, कच्चा केला आदि को एक साथ एक गहरे बर्तन में सब्जी के तरह बनाया जाता है और फिर इसे पूरी या बाजरे की रोटी के साथ सर्व किया जाता है।
घुघुतिया, उत्तराखंड
उत्तराखंड में संक्रांति के दिन जो स्पेशल डिश बनायी जाती है उसे घुघुतिया कहते हैं। इसे आटे और गुड़ के मिश्रण के साथ मिलाकर अनार के फूल, चाकू, लंबे स्पाइरल आदि अलग-अलग शेप्स में तैयार किया जाता है। उसके बाद इन्हें घी में फ्राई कर इनकी माला बनायी जाती है और इस माला को बच्चों को पहनाया जाता है। फिर इसी मिठाई को पक्षियों को भी खिलाया जाता है।
पुरन पोली, महाराष्ट्र
मकर संक्रांति के दिन महाराष्ट्र में लंच के तौर पर पुरन पोली बनाने की परंपरा है। पुरन, चना दाल और गुड़ के मिक्सचर से तैयार एक मिश्रण होता है जिसे आटे में भरकर इसकी रोटी बनायी जाती है और फिर इसे घी के साथ सर्व किया जाता है।
मकरा चौला, ओडिशा
संक्रांति के दिन ओडिशा के लोग मकरा चौला बनाते हैं। इसे बनाने के लिए चावल के आटे को पीसकर इसमें नारियल को घिसकर मिलाते हैं। फिर इसमें दूध, गन्ने के छोटे-छोटे टुकड़े, पका केला, चीनी, सफेद मिर्च पाउडर, पनीर, घिसा हुआ अदरक और अनार भी डाला जाता है। मकरा चौला को संक्रांति के दिन प्रसाद के तौर पर बनाया जाता है और फिर भगवान को भोग लगाकर सभी को बांटा जाता है।तस्वीर साभार: wikipedia
फेनी, राजस्थान
ये भी एक ट्रडिशनल मीठा है जिसे संक्रांति के दिन राजस्थान में बनाया जाता है। चावल को पीसकर दूध में खीर की तरह पकाया जाता है और फिर चीनी और ड्राई फ्रूट्स डालकर अच्छे से मिक्स करके डेजर्ट के तौर पर सर्व किया जाता है।
मुरुक्कु, तमिलनाडू
संक्रांति को तमिलनाडू में पोंगल के तौर पर मनाया जाता है और इस दिन मुरक्कु खाने की परंपरा है। उड़द दाल, आटा, अजवायन और तिल को मिलाकर एक आटे जैसा गूंदा जाता है और फिर उसके स्पाइरल्स बनाकर उसे डीप फ्राई किया जाता है। यह कुरकुरा नमकीन खाने में बेहद टेस्टी होता है।
पीठे और पायेश पुली, बंगाल
यह एक ट्रडिशनल बंगाली रेसिपी है जिसे संक्रांति के दिन जरूर बनाया जाता है। पीठे, चावल के आटे से बनने वाला गुलगुला जैसा होता है जिसके अंदर घिसा हुआ नारियल भरा रहता है। इसे फिर दूध, चावल और गुड़ को मिलाकर तैयार की गई खीर जिसे पायेश कहते हैं में मिलाकर उबाला जाता है और फिर तैयार होती है ये मीठी रेसिपी पीठे पायेश पुली।
गन्ने के रस की खीर, पंजाब
मकर संक्रांति के मौके पर पंजाब में गन्ने के रस की खीर जरूर बनायी जाती है। इसे भुने हुए ड्राई फ्रूट्स के साथ सर्व किया जाता है जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।
खन्डोह, असम
असम में संक्रांति को बीहू के तौर पर मनाया जाता है और इस दिन बनने वाली स्पेशल डिश का नाम है खन्डोह। चावल को फ्राई करके इसमें दही, गुड़, दूध और कई और चीजें मिलाकर इसे तैयार किया जाता है और संक्रांति के दिन सुबह-सुबह नाश्ते के तौर पर खाया जाता है।
हलवा
त्योहार हो और मुंह मीठा करने के लिए हलवा न बने भला ऐसा कैसे हो सकता है। लिहाजा संक्रांति के दिन भी गाजर का हलवा, बादाम का हलवा, सूजी का हलवा या आटे का हलवा बनाए जाने की परंपरा है। हलवे में दूध और चीनी के अलावा ढेर सारे ड्राई फ्रूट्स भी डाले जाते हैं जिससे इसका स्वाद कई गुना बढ़ जाता है।