मध्य प्रदेश

मंदिरों से निकलने वाले नारियल से लड्डू और बरफी बनाकर बच्चों को खिलाने संभागायुक्त आकाश की पहल

इंदौर
इंदौर संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी का संभाग में बच्चों में सुपोषण बढ़ाने के लिए शुरू किया गया अभिनव प्रयोग सफल होने लगा है। मंदिरों से निकलने वाले नारियल से लड्डू और बरफी बनाकर बच्चों को खिलाने की उनकी पहल के सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं जिसके बाद इस काम में और तेजी लाने का फैसला लिया गया है। कमिश्नर त्रिपाठी ने इस योजना को अब संभाग के अन्य मंदिरों के माध्यम से भी संचालित करने का फैसला लिया है। इसके लिए संभाग के कलेक्टरों को इंदौर फार्मूले पर काम करने के लिए कहा गया है।

संभागायुक्त त्रिपाठी ने कल इंदौर में हुई कलेक्टर कांफ्रेंस में कहा था कि इंदौर संभाग के प्रमुख मंदिरों से निकलने वाले नारियल का उपयोग बच्चों के सुपोषण बढ़ाने में लिए करने की पहल शुरू की गई थी। इसका नतीजा अच्छा रहा है। नारियल से बने लड्डू और बरफी से बच्चों में सुपोषण बढ़ा है। यह लड्डू और बरफी ऐसे बच्चों को वितरित की जा रही है जिनमें सुपोषण की कमी है। ये लड्डू बच्चों की स्थिति सुधारने में सार्थक साबित हुए हैं। इसीलिए संभाग के अन्य मंदिरों से निकले नारियल को भी इस्तेमाल करके लड्डू और बरफी बनाने के लिए कहा गया है।

इंदौर संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने धार जिला पंचायत सीईओ रहने के दौरान शुरू की जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए धारा वर्मी कम्पोस्ट नाम से जैविक खाद की शुरुआत की थी। इस धारा वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन अब धारा डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा किया जा रहा है। इस एजेंसी के काम को देखने के लिए संभागायुक्त गुरुवार को धार पहुंचे। वर्मी कम्पोस्ट यानी गोबर में केंचुए द्वारा बनाई जाने वाली जैविक खाद से धार जिले के किसानों की आय में वृद्धि होगी। इस खाद के 50 किलो बैग की कीमत 300 रुपए तथा पांच किलो बैग का मूल्य 30 रुपए है। जिले में छह समूहों द्वारा 62 क्विंटल जैविक खाद वितरण केंद्र पर रखा गया है।

 

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment