बायलर को बिना लाइट-आप किए मुख्य एसिड क्लीनिंग सहित कमीशनिंग का 100 दिनों का काम 80 दिन में पूरा हो जाएगा
भोपाल. भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) द्वारा परियोजना निष्पादन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के उद्देश्य के अनुरूप, एनटीपीसी की 3 गुणा 660 मेगावाट कोयला आधारित उत्तर करणपुरा सुपर थर्मल पावर इकाइयों में एक अभिनव बॉयलर सफाई प्रक्रिया को लागू किया है। यह परियोजना ईपीसी आधार पर भेल द्वारा निष्पादित की जा रही है।
इस प्रक्रिया से बायलर को बिना लाइट-आप किए बायलर की मुख्य एसिड क्लीनिंग सहित कमीशनिंग का कार्य 100 दिनों की जगह ऑक्सिलिआरी बायलर की उपयोग से 80 दिन में ही किया जा सकता है। यह कमीशनिंग पद्धति में एक बड़ा बदलाव है, जिससे परियोजनाओ को शीघ्रता से सिंक्रोनाइज किया जा सकेगा।
गौरतलब है कि यह प्रक्रिया उत्तरी करणपुरा में सफलता पूर्वक पूरा होने के बाद अब भेल द्वारा निष्पादित किए जा रहे दूसरी परियोजनाओं में भी उपयोग किया जाएगा। भेल द्वारा सुपरक्रिटिकल सेगमेंट में सफलता पूर्वक 23 बॉयलर पैकेज और 660 मेगावाट, 700 मेगावाट और 800 मेगावाट की रेटिंग के 19 टरबाइन पैकेज कमीशन किया गया है।
भेल ने अब तक 58 बॉयलरों और 53 टरबाइन सुपरक्रिटिकल सेटों के पैकेज का अनुबंध किया है, जिसमें कई ईपीसी मोड शामिल हैं, जो किसी भी घरेलू बिजली संयंत्र द्वारा सबसे अधिक है।